जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी किए जाने और विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को घेरने की कोशिश में जुटा है. दूसरी ओर भारत में अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के बारे में बात करने की मांग उठने लगी है.
ऐसे में आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का कहना है कि पाकिस्तान की स्थिति लगातार खराब हो रही है और यह 5-6 टुकड़ों में विभाजित होने के कगार पर पहुंच गया है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि बंटवारे के बाद पाकिस्तान का गठन किया गया था. जिसका 1971 में एक और विभाजन हुआ. आज यह 5 से 6 टुकड़ों में विभाजित होने के कगार पर पहुंच गया है. उन्होंने आगे कहा कि पख्तूनिस्तान, बलूचिस्तान, सिंध अलग होना चाहते हैं. विशेषज्ञ पहले ही यह कह चुके हैं. दिन-ब-दिन यह कमजोर होता जा रहा है.
इससे पहले आरएसएस के प्रचारक और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने पिछले महीने एक कार्यक्रम में कहा था कि कश्मीर में जो लोग जेल जैसे हालात होने की बात कर रहे हैं वो गद्दार हैं. अलगाववादियों ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का गला घोंट रखा था. ऐसे लोग देश का फिर से बंटवारा चाहते हैं. मगर इस सरकार ने वो कर दिखाया, जो किसी ने नहीं किया.
पाक में हालात खराब
सिंध, पख्तूनिस्तान और बलूचिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बलूचिस्तान में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है, पाक अलग देश का समर्थन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करता रहा है. उस पर आरोप है कि वह कई लोगों को गायब कर देता है और फिर उनकी गुपचुप तरीके से हत्या कर देता है.
बलोच आंदोलन के नेता नवाब अकबर बुग्ती को 26 अगस्त, 2006 को जनरल परवेज मुशर्रफ के शासनकाल में पाक सेना ने उनकी गुफा में हमला बोलकर मार डाला था.
दूसरी ओर कश्मीर से 370 को कमजोर किए जाने के बाद अब पीओके को लेकर भारत में खुलकर बात होने लगी है. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि पीओके पर फैसला केंद्र को लेना है. सेना किसी भी आदेश और अभियान के लिए तैयार है. पीओके पर सरकार जैसा फैसला करेगी संस्थाएं उनके मुताबिक काम करेंगी.
इसी तरह पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि पीओके पर हमारी रणनीति है, लेकिन इसका सार्वजनिक रूप से खुलासा नहीं किया जा सकता.
जनरल रावत से पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी कहा था कि अगला एजेंडा पीओके को फिर से हासिल करना है. हमारा अगला एजेंडा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है. गृह मंत्र अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पीओके की बात करने लगे हैं.