मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और दिग्विजिय सिंह के चेले कांति लाल भूरिया ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग आदिवासी इलाकों में काम करने के नाम पर वहां की लड़कियों से छेड़खानी और बलात्कार करते हैं. उन्होंने कई मामलों का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह से आरएसएस के लोग आदिवासी महिलाओं के बलात्कार और उनसे छेड़खानी में शामिल रहे हैं. भोपाल में हुई कांग्रेस के आदिवासी संगठन की बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री भूरिया बोले, ‘आरएसएस के लोग हमारे घरों में खाना खाने के बहाने आते हैं, मगर उनकी नजर हमारी लड़कियों पर होती है’.
इसके बाद भूरिया ने आदिवासी मुखियाओं से कहा कि इन लोगों को अपने गांवों में मत घुसने दो. और अगर वे पहले ही घुस चुके हैं तो उन्हें वैसे ही निकाल फेंको, जैसे किसी बुरे श्राप के निवारण के लिए करते हो.
इस विवादित बयान के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भूरिया बोले कि आरएसएस वाले इस तरह की हरकतें कर पाते हैं क्योंकि स्थानीय बीजेपी शासन के चलते पुलिस उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती. गौरतलब है कि भूरिया या उनकी टीम का आरएसएस पर यह पहला हमला नहीं है. उनके राजनीतिक गुरु दिग्विजय सिंह भी अक्सर आरएसएस को कभी बम बनाने का ट्रेनिंग सेंटर तो कभी आतंकवादी संगठन कहते रहे हैं.
देवास में भूरिया के खिलाफ मुकदमा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच सिर्फ जुबानी रस्साकशी ही नहीं रही. अब सड़कों पर भी टकराव होने लगा है. प्रदेश के सागर जिले में दोनों पार्टी के प्रदर्शनरत कार्यकर्ता टकराए. उधर देवास में एक आरएसएस कार्यकर्ता ने भूरिया के खिलाफ भावनाएं आहत करने का मुकदमा दर्ज करवाया है. 1 अगस्त को कोर्ट इस पर सुनवाई करेगा.