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आरएसएस की चली तो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे आडवाणी जैसे बुजुर्ग नेता!

संघ परिवार की चली तो भारतीय जनता पार्टी के 75 साल और उससे अधिक उम्र पार कर चुके नेता लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

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बीजेपी
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संघ परिवार की चली तो भारतीय जनता पार्टी के 75 साल और उससे अधिक उम्र पार कर चुके नेता लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. ऐसे राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त और जाने-माने राष्ट्रीय नेताओं को राज्यसभा में भेजा जा सकता है. ऐसा निर्देश संघ परिवार ने बीजेपी हाईकमान को दिया है. कहने को तो अंदरखाते निर्देश है लेकिन इसे 'सुझाव' माना जा रहा है. इस गोपनीय निर्देश के बाद से बीजेपी के अंदर खलबली मची हुई है.

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दिग्गज और बुजुर्ग नेता इस निर्देश वाले सुझाव को फिलहाल इस चुनाव तक टालना चाहते हैं. संघ परिवार का ज्यादा दबाव पड़ने पर इसका अमल हुआ तो पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी तथा स्वामी चिन्मयानंद सहित आधा दर्जन नेता चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

आम आदमी पार्टी (आप) का राजनीति में जिस तरह से आक्रामक रवैया है, उसको देखते हुए संघ परिवार कई तरह के बदलाव करना चाहता है. प्रत्याशी चयन में जनता से सीधा संवाद होने के बाद अब संघ परिवार ने दूसरा फार्मूला 75 साल के ऊपर के नेताओं को लोकसभा से चुनाव न लड़ने का सुझाव दे दिया है.

इस सुझाव के पीछे संघ की सोच ये है कि 75 से अधिक उम्र के नेता संगठन को लिए बोझ हो सकते हैं. साथ ही देश में जिस तरह से युवा मतदाता बढ़ा है, उसको भी आकर्षित करने के लिए यह भी एक अच्छा संदेश है. इस सुझाव पर बीजेपी संगठन में अंदरखाते काफी मंथन हो रहा है.

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संघ के इस सुझाव को 75 वर्ष से अधिक के नहीं, बल्कि 65 साल से ऊपर के नेता भी लागू न करने के पक्ष में हैं, क्योंकि अगले चुनाव में संघ और कड़ा फैसला लेकर उम्र की सीमा घटाकर 70 साल या उससे कम कर सकता है. ऐसे में वह इस सुझाव को व्यवहारिक नहीं मान रहे हैं. अगर इस सुझाव पर अमल हो गया तो अगले चुनाव में निश्चित रूप से उनका भी पत्ता साफ हो सकता है.

हालांकि संघ परिवार ने यह भी विकल्प दिया है कि 75 से अधिक आयु वाले पार्टी के जो वरिष्ठ नेता हैं, उनको पूरी तरह से अलग नहीं किया जा सकता. संगठन और देश को उनके अनुभवों की जरूरत होगी. उन्हें राज्यसभा में ले लिया जाएगा.

इसके अलावा वह अपने परिवार के पुत्र, पुत्री, पुत्रवधु तथा अन्य नजदीकी का नाम चुनाव लडऩे के लिए विकल्प के रूप में दे सकते हैं. उस सुझाव को संगठन पूरी तरह से अमल करते हुए टिकट देगा.

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