भारत को 'पूर्ण हिंदू राष्ट्र' बनाने की बात करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नई कोशिश समाज से छुआछूत का भेद हटाकर आपस में जोड़ने की है. RSS से संबद्ध संगठनों की मीटिंग में इस बात पर चर्चा की गई और ये फैसला लिया गया कि आने वाले समय में RSS समाज में छुआछूत की भावना से ऊपर उठकर लोगों को जोड़ने के काम में तेजी लाएगा.
इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय सेवा भारती के तत्वाधान में किया गया था. सम्मेलन के आखिरी दिन लोगों को संबोधित करते हुए RSS के संयुक्त सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि हमें सुनामी की तरह सेवा करनी होगी ताकि समाज के हर वर्ग को आपस में जोड़ा जा सके. खास बात ये है कि 'राष्ट्रीय सेवा संगम' नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने भी हिस्सा लिया.
पिछले महीने RSS के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में भी ये फैसला लिया गया था कि संघ हिंदुओं को मजबूत बनाने का काम तेजी से करेगा. इस बैठक में 'एक कुंआ, एक मंदिर और एक श्मशान' की नीति पर काम करने की बात की गई थी. माना जा रहा है कि इसी बात को ध्यान में रखकर संघ ने 'राष्ट्रीय सेवा संघ' के कार्यक्रम में ये बात कही है.
पांच साल में एक बार आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए होसबोले ने कहा कि जिस दिन देश से छुआछूत खत्म हो जाएगा उसी दिन समाज का कोई भी वर्ग कमजोर नहीं रहेगा. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों में GMR ग्रुप के GM राव, माता अमृतानंदमयी, फिल्म मेकर सुभाष घई सहित RSS के सभी बड़े नेता मौजूद थे.