केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार को केरल के थालास्सेरी में एक बार फिर से RSS कार्यकर्ता पर हमले का मामला सामने आया है. RSS कार्यकर्ता सुरेश को पहले ऑटो रिक्शा से बाहर खींचा गया और फिर लोहे की राड से हमला किया गया.
इस हमले में बुरी तरह जख्मी होने के बाद सुरेश को थालास्सेरी को-ऑपरेटिव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. उसके पैर और सिर पर काफी चोट आई है. वहीं, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. RSS कार्यकर्ता पर यह ताजा हमला बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'जनसुरक्षा यात्रा' के बाद सामने आया है. हाल ही में शाह और योगी ने केरल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ 'जनसुरक्षा यात्रा' निकाली थी. इसको लेकर भगवा दल और लेफ्ट आमने-आमने आ गए थे.
केरल में बीजेपी-आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में प्रदेश की माकपा सरकार के खिलाफ रैली के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने आरोप लगाया था कि बंदूक की नोक पर सत्ता हासिल करना वामपंथियों की प्रकृति है. उन्होंने कहा था कि केरल में लगातार राजनीतिक हिंसा हो रही है और इसका प्रायोजन राज्य सरकार कर रही है.’
अमित शाह और सीएम योगी ने यहां अलग-अलग करीब 10 किलोमीटर तक पदयात्रा की थी. इस पदयात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केरल की लेफ्ट सरकार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि हमारी यह यात्रा राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ है. बीजेपी और संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. यह जमीन अब ज्यादा दिन 'लाल' नहीं रहेगी, इसे अब भगवा में बदल देंगे.
केरल के कन्नूर में योगी ने कहा था कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन केरल में राजनीतिक हत्याएं लगातार जारी हैं. उन्होंने कहा था कि बीजेपी की यह यात्रा केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में कम्यूनिस्ट सरकारों के लिए आइना है. इनको राजनीतिक हत्याएं बंद करनी चाहिए. केरल के मुख्यमंत्री के जिले में ही 20 से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं, जो इस बात का सबूत है कि हत्याओं को संरक्षण दिया जा रहा है. बीजेपी का आरोप है कि केरल में अभी तक 120 लोगों की हत्या हो चुकी है. खुद CM के क्षेत्र में 84 हत्या हुई हैं. CPM केरल में माओवादी बन गई है.