गृहमंत्री पी चिदम्बरम ने गुरुवार को कहा कि रुचिका गिरहोत्रा छेड़छाड़ मामले में जिस तरह से आरोप तय किए गए और मामले की सुनवाई की गई, उससे वह नाखुश हैं और वादा किया कि वह देखेंगे कि सरकार इस मामले में क्या कर सकती है.
बुधवार को रुचिका के परिवार और उनके वकील ने चिदम्बरम से मुलाकात की थी. चिदम्बरम ने कहा, ‘‘गृहमंत्री होने के नाते मैं कोई फैसला नहीं सुना सकता. आरोप तय करने, सुनवाई और अभियुक्त को सजा देने के तरीके से मैं बेहद नाखुश हूं.’’
चिदम्बरम ने कहा कि रुचिका के परिवार ने बताया कि उन्होंने रुचिका के भाई आशु को प्रताड़ित करने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ के संबंध में दो शिकायतें दर्ज की हैं. चिदम्बरम ने कहा, ‘‘अब वह आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एक और जनहित याचिका दाखिल करने की योजना बना रहे हैं.’’ चिदम्बरम ने कहा कि इस मामले में सरकार जो कुछ कर सकती है, करेगी और रुचिका के परिवार को उन्होंने इस बात से अवगत करा दिया है.