रूस ने पहले तीन मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमानों की एक खेप भारत को सौंप दी. यह खेप भारतीय वायु सेना में कार्यरत मिग-29 विमानों के बेड़े के आधुनिकीकरण के लिए एक समझौते के तहत सौंपे गए हैं.
मिग विमान निर्माता कंपनी ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, 'मिग कॉरपोरेशन ने उन्नत मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमानों की भारतीय वायु सेना को अदायगी शुरू कर दी गई है.'
बयान में कहा गया, 'पहले तीन विमानों को एक एएन-124 भारी सामान उठाने वाले परिवहन विमानों के जरिए भारत को भेजा गया है.'
भारतीय वायु सेना ने अपने सभी 69 मिग-29 विमानों के आधुनिकीकरण के लिए मिग कारपोरेशन को 90 करोड़ डॉलर का ठेका दिया था.
आधुनिकीकृत विमानों की उम्र 40 साल बढ़ गई है.
समझौते के तहत पहले छह विमान रूस में उन्नत किए जाएंगे, जिसके बाद शेष 63 विमानों को भारत में हिंदुस्तान ऐरोनॉटिकल्स लिमिटेड (एचएएल) के कारखानों में आधुनिकीकृत किया जाएगा.
रूस ने 2007 में एचएएल को 120 आरडी-33 श्रंखला के टर्बोजेट इंजन के निर्माण का लाइसेंस दिया, जिसका उपयोग इन विमानों के आधुनिकीकरण में किया जाना है.
मिग प्रेस सेवा ने कहा, 'हम समझौते के दूसरे हिस्से पर अमल करने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके तहत विमानों का आधुनिकीकरण भारत में भातरीय रक्षा उद्योग के सहयोग से किया जाना है.'