विश्व हिंदी दिवस के मौके पर रूस की एक लड़की ने हिंदी कविता से भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल जीत लिया. रूस की एवगेनिया ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता सुनाई. हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है.
पहचान कविता से जीता दिल
एवगेनिया बीते पांच महीने से हिंदी बोलना सीख रही
हैं. उन्होंने धाराप्रवाह हिंदी में अटल बिहारी वाजपेयी की
'पहचान कविता' की पंक्तियां सुनाई. एवगेनिया ने
बताया कि उन्हें इस कविता को पढ़ने का सुझाव
केंद्रीय हिंदी संस्थान की अध्यापिका ने दिया था.
उच्चारण शैली और स्वर एकदम दुरुस्त होने के कारण
एवगेनिया ने सुषमा को प्रभावित कर दिया.
श्री श्री रविशंकर से मिली हिंदी सीखने की
प्रेरणा
रूस के साइबेरिया की रहने वाली एवगेनिया को
आध्यात्मिक गुरु रवि शंकर से हिंदी सीखने की प्रेरणा
मिली. एवगेनिया 2010 में आर्ट ऑफ लिविंग से
परिचित हुई और उसके बाद रूस में अध्यापिका बन
गई. अब वह हिंदी बोलने के साथ लिख भी सकती
हैं.
'पहचान' कविता की कुछ पंक्तियां
पेड़ के ऊपर चढ़ा आदमी
ऊंचा दिखाई देता है.
जड़ में खड़ा आदमी
नीचा दिखाई देता है.
आदमी न ऊंचा होता है, न नीचा होता है,
न बड़ा होता है, न छोटा होता है.
आदमी सिर्फ आदमी होता है