हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप-हत्या के सभी आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में शनिवार को तेलंगाना पुलिस की तारीफ करते हुए लिखा कि पुलिस जिंदाबाद, पीड़िता को न्याय मिला है. पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जनता पुलिस पर फूल बरसा रही है.
शिवसेना ने कहा, परदे के पीछे की कहानी ऐसी है कि पुलिस जांच के लिए आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई, उन्होंने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उन पर गोलियां चलाकर एनकाउंटर कर दिया. शिवसेना ने सामना में कहा कि इस कहानी पर कोई विश्वास नहीं करेगा लेकिन चार नराधमों का खात्मा हो गया इसलिए लोगों ने खुशी जाहिर की है.
पुलिस ने 7 दिनों में दिया आरोपियों को मृत्युदंड
बता दें कि दिशा के साथ 27 नवंबर को गैंगरेप हुआ और दरिंदों ने पीड़िता को जान से मार दिया . इतना ही नहीं शव को पेट्रोल डालकर जला दिया. इस घटना के बाद से ही देशभर में गुस्सा है. हालांकि शुक्रवार को पुलिस मुठभेड़ के हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के मारे जाने के बाद गुस्से की आग कुछ ठंडी हो गई. शिवसेना ने कहा कि पुलिस ने सिर्फ 7 दिनों में गैंगरेप के आरोपियों को मृत्युदंड दे दिया. जांच, आरोप-पत्र, मामले की सुनवाई, कोर्ट की तारीख पर तारीख इन सभी को दरकिनार कर हैदराबाद पुलिस ने न्याय देने का शॉर्टकट रास्ता अपना लिया.
मुठभेड़ पर शिवसेना को नहीं विश्वास
शिवसेना ने कहा कि इस मामले को लेकर अब दो गुट बन गए हैं. जिसमें एक तरफ लोगों का कहना है कि पुलिस ने ‘न्याय’ देने के लिए कानूनी रास्ता नहीं अपनाया. हालांकि पुलिस ने जो गैरकानूनी रास्ता अपनाया, वही जनभावना है. शिवसेना ने कहा, मुठभेड़ हुई या नहीं यह विवाद छोड़ दें. हम खुद भी इस मुठभेड़ पर विश्वास करने को तैयार नहीं हैं. लेकिन हैदराबाद पुलिस ने चारों आरोपियों को हमेशा के लिए खत्म कर दिया तो उसका स्वागत करना चाहिए.
कानून के आधार पर आरोपियों को जल्द मिले सजा
शिवसेना ने कहा कि महिलाओं के साथ अत्याचार के मामलों में कानून की लंबी प्रक्रिया से अपराधियों को बल मिल रहा है. दिल्ली में हुए निर्भया मामले के बलात्कारी आज भी जीवित हैं, क्योंकि उन्हें फांसी देने के लिए जल्लाद ही नहीं मिल रहा. रेप के आरोपियों को फांसी हो यह कानून बन गया है, लेकिन यह बलात्कारी अभी तक जीवित कैसे हैं? शिवसेना ने कहा कि हैदराबाद पुलिस ने जो किया वह कानून के आधार पर नहीं है. ऐसा करने से कानून का राज खत्म होगा.