शिवसेना ने इस बार कांग्रेस सरकार पर कड़ा वार किया है. पार्टी के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि देश में जेबकतरों का राज है. पाकिस्तान के सामने कांग्रेस सरकार लाचार बनी रही और देश में आम आदमी की जेब काटकर दम दिखा रही है. लिखा गया है कि पाकिस्तान देश के जवानों के सर काट रहा है और हमारी सरकार जनता की जेब काट रही है.
पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम का उल्लंघन के बाद से ही शिवसेना के तेवर तल्ख बने हुए हैं. शिवसेना के मुखपत्र के ताजा संपादकीय में कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस को हर तरफ से घेरने की कोशिश की गई है. रेल किराए में वृद्धि पर लिखा है कि ठीक है, दस सालों बाद किराया बढ़ाया गया है, लेकिन इस दस सालों में सामान्य यात्रियों को कौन-सी सुविधाएं दी गई हैं? रेलवे यात्रा कब से सुखमय होने लगी है? मुम्बई के लोगों के लिए लोकल ट्रेन में सफर करना किसी लड़ाई लड़ने से कम नहीं है. किराया बढ़ाने के साथ ही सुविधाएं भी बढ़ाई जानी चाहिए.
यूपीए सरकार पर हमला करते हुए सामना में लिखा गया है कि यह सरकार जब भी सत्ता में आती है, आम आदमी बर्बाद हो जाता है. एक तरफ घोटाले-महाघोटाले हो रहे हैं और दूसरी तरफ सरकार अपनी खाली तिजोरी भरने के लिए आम आदमी की जेब काट रही है. वित्त मंत्री पी चिदंबरम का पेट तो आम आदमी की जेब काटने से भरता है.
इससे पहले पुंछ में पाक की करतूत पर शिवसेना ने बदले की बात कही थी. शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने लिखा था कि भारत सरकार में हिम्मत है तो उसे पाकिस्तान में घुसकर उससे बदला लेना चाहिए, ऐसा करके ही एलओसी पर शहीद हुए जवानों को सच्ची श्रृद्धांजलि मिल पाएगी.
ऐसा लगता है कि शिवसेना अपने पुराने तेवर में वापस आ रही है. विस्फोटक भाषा और सरकार पर हमला. पार्टी के मुखपत्र सामना में जो कुछ छपा है, उसकी भाषा तो संसदीय नहीं है, लेकिन लब्बोलुआब ये है कि केंद्र सरकार आम लोगों पर बोझ लादने में तो हीरो बनी रहती है, लेकिन जब बात पाकिस्तान का विरोध जताने की होती है, तो सरकार कुछ नहीं कर पाती.