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सबरीमाला मंदिर: CPM का आरोप- तालिबान जैसा बर्ताव कर रही RSS

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) के पोलित ब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लई ने कहा कि आरएसएस के लोग तालिबान और खालिस्तानी आतंकियों की तरह काम कर रहे हैं. वे लोग सबरीमाला मंदिर में समस्या क्यों खड़ी कर रहे हैं?

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CPM के पोलित ब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लई (फोटो-एएनआई)
CPM के पोलित ब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लई (फोटो-एएनआई)

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सबरीमाला मंदिर को लेकर राजनीतिक खींचतान जारी है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने केरल सरकार पर आरोप लगाया था कि वह महिलाओं की एंट्री को लेकर विरोध कर रहे भक्तों के साथ कैदियों जैसा व्यवहार कर रही है तो अब सीपीएम पोलित ब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लई ने आरएसए पर निशाना साधा और कहा कि संघ तालिबान और खालिस्तानी जैसे आतंकी संगठनों की तरह व्यवहार कर रहे हैं.

पिल्लई ने यह बयान उस समय दिया जब केरल की वाम सरकार पर सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करवाना है जबकि वहां बीजेपी और कांग्रेस समेत कई हिंदू संगठन इसका लगातार विरोध कर रहे हैं.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) के पोलित ब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लई ने कहा कि आरएसएस के लोग तालिबान और खालिस्तानी आतंकियों की तरह काम कर रहे हैं. वे लोग सबरीमाला मंदिर में समस्या क्यों खड़ी कर रहे हैं? उन्हें हर चीज शांतिपूर्वक करने की इजाजत है, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं.

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हाईकोर्ट ने मांगी जानकारी

इस बीच हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से आदेश को लागू करने संबंधी तैयारियों के बारे में जानकारी मांगी है. साथ ही यह सवाल भी पूछा है कि आप भक्त और प्रदर्शनकारियों के बीच किस तरह से अंतर कर रहे हैं.

इस बीच केंद्रीय मंत्री पी राधाकृष्णन निक्कल पहुंच गए. उन्होंने पुलिस की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाम्बा में पुलिस ने उनके लिए निजी तौर पर किसी तरह की गाड़ी की व्यवस्था नहीं की. अब वह पाम्बा लौटेंगे.

वहीं कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने वाला है.

दूसरी ओर, बीजेपी के राज्य ईकाई के महासचिव के सुंदरम की जमानत याचिका पर आज सुनवाई हुई जिसमें कई शर्तों के साथ उन्हें जमानत दे दी गई. उनको सबरीमाला जाने से रोक दिया गया है.

शाह का विजयन सरकार पर आरोप

इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन पर निशाना साधते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को ट्वीट के जरिए आरोप लगाया था कि भगवान अयप्पा स्वामी के भक्तों के साथ 'कैदियों' की तरह व्यवहार किया जा रहा है. बीजेपी अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में कहा कि कहा जा रहा है कि श्रद्धालुओं को कूड़े के ढेर और सुअरों के रहने की जगह पर रात बिताने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

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अमित शाह ने अपने अगले ट्वीट में कहा, 'पिनरायी विजयन सरकार जिस तरह सबरीमला के संवेदनशील मामले को ले रही है, वह निराशाजनक है. केरल पुलिस युवा लड़कियों, माताओं और बुजुर्गों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है. खाना, आश्रय, पानी और स्वच्छ शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के बिना उन्हें कठिन तीर्थ यात्रा के लिए मजबूर कर रही है.'

विजयन का पलटवार

मुख्यमंत्री विजयन ने अमित शाह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे व्यर्थ वाला और भटकाने वाला करार दिया. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुगम व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है. श्रद्धालु हमारी व्यवस्था से संतुष्ट हैं. व्यवस्था से संघ परिवार को असुविधा हो रही है. साथ ही मानवाधिकार आयोग ने भी साफ कर दिया है कि इस साल श्रद्धालुओं के लिए यहां कोई समस्या नहीं है.

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