केरल के सुप्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली 39 वर्षीय महिला कनक दुर्गा पर हमला हुआ है. ये हमला किसी और ने नहीं बल्कि कनक दुर्गा की सास ने किया है. सूत्रों की मानें तो जब कनक दुर्गा अपने घर पहुंचीं तो उसकी अपनी सास के साथ बहस हो गई, जिस दौरान सास ने उसके सिर पर जोर से वार किया.
कनक दुर्गा के अलावा बिंदू अम्मिनी ने भगवान अयप्पा मंदिर में प्रवेश किया था. सुप्रीम कोर्ट द्वारा महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को हटाने के बाद मंदिर में घुसने वालीं ये दोनों प्रथम महिलाएं थीं.
लेकिन जब दुर्गा अपने घर पहुंचीं तो उनका परिवार इससे खासा नाराज था. इसी मुद्दे पर उनकी सास से बहस हो गई, बहस इतन व्यापक थी कि हाथापाई की नौबत आ गई. आरोप है कि कनक दुर्गा की सास ने उसके सिर पर वार किया, हालांकि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई है. उन्हें घर के पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गौरतलब है कि मंदिर में प्रवेश के बाद ही कट्टरपंथी संगठन दोनों महिलाओं का विरोध कर रहे थे, यहां तक की उन्हें घर भी नहीं जाने दिया जा रहा था. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में 10 से 50 साल की महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को हटा दिया था. हालांकि, इसके बाद भी कई संगठनों और मंदिर के पुजारियों ने महिलाओं को मंदिर में नहीं घुसने दिया.
बीते कई वर्षों से प्रथा है कि भगवान अयप्पा के इस मंदिर में रजस्वला उम्र यानी 10 से 50 साल तक की महिलाएं प्रवेश नहीं कर सकती हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले से इस रोक को खत्म कर दिया था.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई कट्टरपंथी संगठन सड़क पर उतर आए थे, काफी दिनों तक लोग मंदिर की आस्था के नाम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे थे. सत्ताधारी संगठन भारतीय जनता पार्टी भी मंदिर की प्रथा को बरकरार रखने वाले संगठनों में शामिल है.