वैसे तो सचिन के फैंस की फेहरिस्त बहुत लंबी है लेकिन उसमें एक खास नाम शामिल है स्वर कोकिला लता मंगेशकर का. मास्टर ब्लास्टर के क्रिकेट से रिटायमेंट के इन भावुक क्षणों में स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर ने आज तक बात की.
वानखेड़े स्टेडियम में शुरू हुए सचिन के आखिरी टेस्ट मैच के बारे में लता ने बताया, 'मैंने सचिन की बैटिंग देखी और वो कमाल का खेले. मुझे दुख इस बात का है कि उन्होंने रिटायर होने का फैसला कर लिया. वो रिटायर नहीं होते तो अच्छा होता.'
उन्होंने कहा, सचिन आज जैसा खेले, उसे देखकर मुझे लगा कि वो अभी एक साल और खेल सकते हैं, पर मालूम नहीं उन्होंने क्या सोचा और क्यों ऐसा किया.'
लता ने कहा, 'मेरी नजर में सचिन महान इंसान हैं. सचिन बहुत बड़े क्रिकेटर हैं ये दुनिया जानती है लेकिन मेरी नजर में वो बहुत शरीफ इंसान हैं, बहुत कम बोलने वाले, बहुत शांत. मैंने कभी किसी से झगड़ा करते सचिन को नहीं देखा. कभी-कभी उनको गलत आउट दे दिया जाता है तो भी वह शिकायत नहीं करते, बैट पकड़ कर चले जाते हैं अंदर. ऐसा कौन करता है, इंसान गुस्सा हो जाता है पर सचिन बहुत ही शरीफ और नेक इंसान हैं.'
जब लता जी से पूछा गया कि क्या वो सचिन का आखिरी मैच स्टेडियम जाकर देखेंगी तो उन्होंने कहा, 'मैं सोच तो रही हूं और आज जाने वाली भी थी. लेकिन भीड़ से थोड़ा डर लगता है, क्योंकि कई तरह की बीमारियां फैली हुई हैं. इसलिए आज मैं गई नहीं, वरना मैं जाने वाली थी.'
उनसे पूछा गया कि जब से सचिन ने रिटायर होने का फैसला लिया है, उसके बाद से क्या सचिन से उनकी बात हुई है तो लता ने कहा कि बात तो नहीं हुई लेकिन मास्टर ब्लास्टर के इस फैसले से उन्हें दुख जरूर हुआ है.
उन्होंने कहा, 'मैंने किसी से कभी कहा था कि उन्हें रिटायर नहीं होना चाहिए, वो खेल सकते हैं और उन्हें खेलना चाहिए क्योंकि उनमें वो बात है. सचिन क्रिकेट है, क्रिकेट सचिन है. मैं दोनों को अलग अलग नहीं समझती. वो जीते हैं तो क्रिकेट के लिए जीते हैं. ऐसे इंसान को इतनी जल्दी छोड़ना नहीं चाहिए था.'