आखिरकार बीजेपी के दबाव के आगे केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को झुकना पड़ा. बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के बाद शिंदे ने हिंदू आतंकवाद के दिए अपने बयान पर माफी मांग ली है.
शिंदे ने एनडीए को फैक्स के जरिए बयान भेजकर अपने दिए बयान पर खेद प्रकट किया है. लेकिन शिंदे ने अपनी सफाई पेश करते हुए ये भी कहा है कि जयपुर में दिए गए उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. शिंदे के मुताबिक उन्होंने अपने भाषण में आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा. लेकिन शिंद ने कहा कि अगर फिर भी उनके बयान से किसी को तकलीफ पहुंची है तो वो माफी मांगते हैं.
बताया जा रहा है कि शिंदे का फैक्स मिलने के बाद उस पर एनडीए की बैठक में चर्चा हुई जिसके बाद बीजेपी ने कहा है कि अब ये मुद्दा खत्म हो गया है. दरअसल शिंदे ने अपने बयान में कहा था कि बीजेपी और आरएसएस के कैंपों में आतंकी ट्रेनिंग दी जाती है. बीजेपी उनके बयान से ना सिर्फ गुस्से में थी बल्कि उन पर माफी मांगने के लिए दबाव भी डाल रही थी.
इससे पहले बीजेपी ने कहा था कि हिंदू आतंकवाद पर जब तक शिंदे माफी नहीं मांगेंगे तब तक संसद को चलने नहीं दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि गुरुवार से संसद का बजट सत्र शुरू होने वाला है.
इस संसदीय सत्र में सरकार के पास विधायी कार्यो की लंबी सूची है, जिसमें वित्त विधेयकों के साथ ही कुल 55 विधेयक पेश किए जाने हैं. सरकार इस सत्र में 16 नए विधेयक लाने वाली है तथा 35 विधेयकों पर बहस कराकर उन्हें पारित किया जाना है. नए विधेयकों में से भी कुछ विधेयक इसी सत्र में पारित किए जाने हैं.