भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में प्रशिक्षण के दौरान कथित तौर पर आत्महत्या की कोशिश करने वाली तीन खिलाड़ियों के अभिभावकों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की. तीनों खिलाड़ियों का इस समय अलापुझा के एक अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
एक लड़की की मां ने कहा, 'हम साई के महानिदेशक द्वारा की जा रही जांच और पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है.' उन्होंने साई महानिदेशक की शुरूआती रिपोर्ट को भी ‘निराधार’ बताकर खारिज कर दिया, जिसमें महानिदेशक ने रैगिंग के घटना की वजह ना होने की बात कही थी.
पीड़िता की मां ने कहा, 'रिपोर्ट निराधार है. घटना के जिम्मेदार लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है. उन्हें कानून का सामना करना चाहिए. हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं, ऐसा ना होने पर मामले में लीपा पोती होगी.'
उन्होंने कहा कि आत्महत्या की कोशिश करने वाली लड़कियों का बयान अब तक दर्ज नहीं किया गया है, ना ही उनके सुसाइड नोट का संज्ञान किया गया है और वे अपनी बच्चियों को इंसाफ दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार हैं.
साई में प्रशिक्षण पा रही चार लड़कियों ने विषला फल खाकर जान देने की कोशिश की थी और उनमें से एक लड़की 15 साल की अपर्णा रामभद्रबन की मौत हो गई. लड़कियों ने सुसाइड नोट में कुछ सीनियरों द्वारा मानसिक और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था.
- इनपुट भाषा