पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर के राम मंदिर वाले बयान पर बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि इसे अय्यर का बयान न मानकर उनका कबूलनामा माना जाना चाहिए. अय्यर ने कहा था कि कोई यह कैसे कह सकता है कि मंदिर वहीं बनाएंगे. अय्यर ने बाबरी विध्वंस की तारीख 6 दिसंबर को इतिहास का सबसे शर्मनाक दिन बताया था.
साक्षी महाराज ने कहा, 'मणिशंकर अय्यर ने कबूल किया है कि जो ढांचा तोड़ा गया उसके लिए नरसिम्हा राव की सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने छाती पीट कर यह माना है कि जो ढांचा तोड़ा गया उसका श्रेय नरसिम्हा राव को जाता है. उन्होंने यह भी कबूल किया है कि अयोध्या राजा दशरथ की थी और उनके दस हजार कमरे थे. जहां पर राम लला बैठे हैं वही गर्भगृह था, वही प्रभु राम का कक्ष था. इससे हम कहते हैं कि सौगंध राम की खाते हैं मंदिर वहीं बनाएंगे.'
मणिशंकर अय्यर ने महात्मा गांधी की शहादत और बाबरी ढांचा गिराने की तुलना की है. इस पर साक्षी महाराज ने कहा कि 'यह पागलपन है. उस माथे के कलंक को महात्मा गांधी से नहीं जोड़ा जा सकता. मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई, उसका कलंक महात्मा गांधी से नहीं जोड़े सकते. महात्मा गांधी के बारे में ऐसी छोटी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. इस अभद्र टिप्पणी के लिए मणि शंकर अय्यर, राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस को राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए.'