सीआरपीएफ के जवान आज देश के सबसे खतरनाक और चुनौतीपूर्ण काम में लगे हुए हैं. ये जवान जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर-पूर्वी भारत और छत्तीसगढ़ जैसे नक्सलवाद प्रभावित इलाकों में पूरी बहादुरी और देशभक्ति से राष्ट्र की सेवा में लगे हुए हैं, इसलिए उनको सलाम किया जाना चाहिए.
सीआरपीएफ स्थापना दिवस के अवसर पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन जवानों के शोकाकुल परिवार के दुख और संताप को साझा करते हुए सीआरपीएफ जवानों की पत्नियों के समूह (सीआरपीएफ वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन) को अपने संदेश में ये बातें कहीं.
वहीं इस समूह द्वारा सीआरपीएफ कर्मियों की पत्नियों के लिए शैक्षणिक और आय उत्पन्न करने वाले कार्यक्रमों की भी उन्होंने काफी तारीफ की. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक व्यक्तव के अनुसार सोनिया गांधी ने कहा कि वे इन जवानों की पत्नियों के दुख और दर्द को समझ सकती हैं. इन जवानों को यह जानकर बड़ी शांति मिलेगी कि एसोसिएशन उनके परिवार के लोगों की हर तरह से सहायता कर रहा है.
वक्तव्य के अनुसार इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने विश्वास जताया कि एसोसिएशन द्वारा जवानों के बच्चों की शिक्षा, विधवाओं के पुर्नवास, व्यवसायिक शिक्षा और अन्य कई तरह के कार्यक्रम निश्चित तौर पर जवानों और उनके परिवार के लोगों के लिए लाभदायक सिद्ध होंगे.