नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ गुरुवार को विपक्षी दलों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां ने कहा कि 'पूरा विपक्ष इस्तीफा दे और दोबारा बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएं. मैंने राहुल गांधी से कहा कि मैं इस्तीफा देने वाला पहला व्यक्ति रहूंगा. आज की स्थिति अंग्रेजों से भी ज्यादा खराब हो गई है.'
TMC, SP, NCP, RJD, CPI(M) protest in front of Gandhi statue in Parliament against BJP Government pic.twitter.com/AX4dnw0KQh
— ANI (@ANI) July 11, 2019
संसद परिसर में गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शन में तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसदों ने हिस्सा लिया.
उधर कर्नाटक में राजनीतिक संकट को लेकर कांग्रेस और द्रमुक सहित प्रमुख विपक्षी दलों ने मंगलवार को लोकसभा में हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन किया. कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के कई विधायकों ने इस्तीफा देकर गठबंधन सरकार को संकट में डाल दिया है.
सदन में उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब कांग्रेस ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध किया मगर स्पीकर ओम बिड़ला ने इसकी अनुमति नहीं दी. कांग्रेस और द्रमुक सांसद स्पीकर के आसन तक पहुंच गए और 'हम न्याय चाहते हैं' जैसे नारे लगाने लगे.
अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सोमवार को कांग्रेस को इस मुद्दे पर बोलने की अनुमति दी थी. उन्होंने कहा, "संसद के बाहर यह धारणा न दें कि यह नारेबाजी और तख्तियां दिखाने का स्थान है." बिड़ला ने कहा, "सदन को नगर निगम हॉल की तरह मत बनाएं."