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रामगोपाल यादव का ऐलान, 2019 में एसपी-बीएसपी में हो रहा है गठबंधन

15 जनवरी को बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन पर सपा-बसपा के बीच गठबंधन की घोषणा की जा सकती है. फिलहाल कांग्रेस को इसमें शामिल किया जाएगा या नहीं यह स्पष्ट नहीं है.

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राम गोपाल यादव [फोटो- इंडिया टुडे आर्काईव]
राम गोपाल यादव [फोटो- इंडिया टुडे आर्काईव]

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2019 के चुनाव में सपा-बसपा मिलकर चुनाव लड़ेंगी या नहीं इन तमाम अटकलों पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव ने विराम लगा दिया है. राम गोपाल ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का गठबंधन होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि 'सपा-बसपा के बीच 100 फीसदी गठबंधन हो रहा है'. दूसरी ओर मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुआ कहा कि अगर मौका मिला तो शिवपाल चाचा सपा-बसपा गठबंधन में शामिल हो सकते हैं.

पिछले दिनों भी यह बात आई थी कि सपा और बसपा ने गठबंधन कर लिया है और सीटों पर बात चल रही है लेकिन बसपा से राज्यसभा सांसद सतीश मिस्रा ने इसका खंडन कर दिया था. लेकिन राम गोपाल यादव के बयान से इस बात को बल मिला है कि दोनों पार्टियां मिलकर मैदान में उतरेंगी.

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दूसरी ओर कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि गठबंधन में कांग्रेस के शामिल हो जाने से बीजेपी के वोटों का बंटवारा नहीं हो पाता है. विधानसभा चुनाव में यह देखा जा चुका है. इसके बाद हुए यूपी के 3 लोकसभा उपचुनावों में भी इस धारणा को बल मिला.

सपा- बसपा लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे पर बात कर रही हैं और इसमें कांग्रेस को शामिल नहीं किया जा रहा है. इस सवाल पर कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि दोनों पार्टियों के बीच किसी बात पर सहमति बन रही है तो इसका मतलब यह नहीं है कि हमारी उपेक्षा की जा रही है. यह मुद्दा खुला हुआ है, अभी न तो हम शामिल हैं न इसके बाहर हैं.

ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मायावती के जन्मदिन के दिन 15 जनवरी को दोनों पार्टियों के गठबंधन की घोषणा हो सकती है.  पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मजबूत पकड़ रखने वाली अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) भी महागठबंधन में शामिल हो सकती है.

हालांकि दोनों पार्टियों ने तय किया है कि अमेठी और रायबरेली से कोई कैंडिडेट नहीं खड़ा किया जाएगा. अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी चुनाव लड़ती हैं. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया था लेकिन मोदी लहर में दोनों का सफाया हो गया.

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दूसरी ओर मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव ने कहा है कि अगर मौका मिला तो शिवपाल चाचा सपा-बसपा गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऑफर आने के बाद गठबंधन की शर्तों पर चर्चा की जाएगी. यह पूछने पर मुलायम किसके साथ हैं तो अपर्णा ने कहा कि उनका आशीर्वाद दोनों के साथ है. अपर्णा अखिलेश के साथ है या शिवपाल के उन्होंने कहा कि वह नेताजी के साथ हैं, उन्होंने हमेशा नेताजी के साथ मंच साझा किया है. अपर्णा ने कहा कि उनका परिवार एकजुट है.

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