समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से सांसद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रामपुर में किसानों की जमीन हड़पने के कई मामले दर्ज होने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आजम खान की कुंडली खंगालने में जुट गया है. जानकारी के मुताबिक नियमों की धज्जियां उड़ाकर जमीन हथियाने के मामले में उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज हो सकता है.
इस मामले में जांच करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने आजम खान से जुड़ी हुई तमाम एफआईआर जुटानी शुरू कर दी है. मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज होने के बाद जबरन और नियम विरूद्ध अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक ईडी के लखनऊ कार्यालय ने रामपुर के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर आजम खान, पूर्व सीओ सिटी आले हसन खान और मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमों की एफआईआर की कॉपी उपलब्ध कराने को कहा है.
बता दें कि मंगलवार को ही उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सीएम योगी आदित्यनाथ को जौहर यूनिवर्सिटी की चहारदीवारी के मामले में कार्रवाई का आदेश दिया था. इस मामले में कुछ पीड़ितों ने राज्यपाल से मिलकर आजम खान पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया था. इसके बाद राज्यपाल ने सीएम को आरोपियों के खिलाफ एक्शन का आदेश दिया है.
बता दें कि जौहर विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोप में फंसे आजम खां को प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है. जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक ऐसे लोगों को भूमाफिया घोषित किया जाता है जो दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं. जो लोग अवैध कब्जे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और जिनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज है उनका ही नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया जाता है. प्रशासन ने कहा है कि अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
आजम खां के खिलाफ एक सप्ताह में जमीन कब्जे के 13 मुकदमे दर्ज हो चुके है. इनमें एक मुकदमा 12 जुलाई को प्रशासन की ओर से दर्ज कराया गया, जिसमें कहा गया है कि आलिया गंज के 26 किसानों ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है.