प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने संयुक्त रूप से आज नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन किया. दक्षिण कोरियाई मोबाइल कंपनी सैमसंग की इस इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री को मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट मेक इन इंडिया को गति देने वाला माना जा रहा है. सिर्फ इतना ही नहीं, यह फैक्ट्री भारत से मोबाइल निर्यात का भी बड़ा माध्यम बनेगी.
सोमवार को नोएडा के सेक्टर 81 में स्थित इस फैक्ट्री का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट के लिए सैमसंग की तारीफ की. साथ ही नोएडा में इस कंपनी के शुरू होने पर खुशी जाहिर की. अपने भाषण में पीएम मोदी ने बताया कि इस यूनिट में हर महीने करीब 1 करोड़ मोबाइल फोन बनाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस फैक्ट्री से बनने वाले प्रोडक्ट्स का 30 फीसदी निर्यात किया जाएगा. बता दें कि अभी तक भारत में यह कंपनी 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है.
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि भारत में मोबाइल यूजर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. पूरा देश डिजिटल माध्यम पर आया है. उन्होंने कहा कि आज डिजिटल टेक्नोलॉजी सामान्य नागरिक के जीवन को सरल बनाने में अहम भूमिका निभा रही है. मौजूदा समय में भारत में लगभग 40 करोड़ स्मार्टफोन उपयोग में हैं और 32 करोड़ लोग ब्रॉडबैंड इस्तेमाल कर रहे हैं, जो भारत में डिजिटल क्रांति के संकेत हैं.
मेक इन इंडिया पर क्या बोले मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया के प्रति हमारा आग्रह सिर्फ एक आर्थिक नीति का हिस्सा भर नहीं है, बल्कि ये कोरिया जैसे हमारे मित्र देशों के साथ रिश्तों का संकल्प भी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कंपनी की शुरुआत से देश में मेक इन इंडिया को गति मिलेगी.
रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
पीएम मोदी ने ये भी बताया कि मोबाइल मैनुफैक्चरिंग में भारत दूसरे नंबर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि देश में मोबाइल फैक्ट्रियों की संख्या 2 से बढ़कर 120 पहुंच गई है, जिनमें से 50 से ज्यादा सिर्फ नोएडा में हैं. पीएम मोदी के मुताबिक, इन फैक्ट्रियों से 4 लाख से अधिक नौजवानों को सीधे रोजगार मिला है.