राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में दिए इमरान खान के भाषण पर आरएसएस ने कहा कि 'हम चाहते थे कि भारत और आरएसएस को एक रूप में देखा जाए और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने ऐसा कर दिखाया.' बता दें, इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में संघ का भी नाम लिया और भारतीय प्रधानमंत्री को इस संगठन से जोड़ा.
प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण के एक दिन बार आरएसएस ने कहा कि इमरान ने उसे निशाना बनाकर संघ और भारत को एक दूसरे का हिस्सा बनाने का काम किया क्योंकि संगठन आतंकवाद के खिलाफ रहा है. आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने एक समारोह में कहा कि इमरान खान ने आरएसएस के नाम को फैलाने का काम किया और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को अब यहीं नहीं रुकना चाहिए.
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कृष्ण गोपाल ने कहा, ‘आरएसएस केवल भारत में है और भारत के लिए है. उसकी दुनिया में कहीं और शाखा नहीं है. पाकिस्तान हमसे क्यों गुस्से में है?’ गोपाल ने कहा, ‘इसका अर्थ हुआ कि अगर वह संघ से नाराज हैं, तो भारत से भी नाराज हैं. आरएसएस और भारत एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं.’
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि दुनिया भारत और आरएसएस को एक रूप में देखे, अलग अलग रूप में नहीं देखे. इमरान खान ने इस काम को बखूबी किया है और हम इसके लिए उन्हें बधाई देते हैं. वे हमारे नाम का प्रचार कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकवाद के पीड़ित हैं, इसके खिलाफ हैं, वे अब समझने लगे हैं कि आरएसएस आतंकवाद के खिलाफ है और इसलिए इमरान खान आरएसएस पर निशाना बना रहे हैं.
पीएम मोदी और संघ पर इमरान का निशाना
अपने भाषण में इमरान खान ने खुले तौर पर नरेंद्र मोदी को 'आरएसएस के भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी' कहा. अपने देश और इसकी समस्या को नजरअंदाज करते हुए इमरान खान ने अपना ध्यान पूरी तरह से कश्मीर पर दिया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भारत के जम्मू कश्मीर में जब कर्फ्यू हटेगा, तब वहां खूनखराबा होगा. तब क्या होगा. क्या किसी ने इस बारे में सोचा है. नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, नस्लीय श्रेष्ठता की भावना और घमंड की वजह से आदमी गलतियां करता है और गलत निर्णय लेता है.