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100 साल से पुराना है हैदराबाद से रिश्ता, मरते दम तक रहूंगी भारतीय: सानिया मिर्जा

खुद को तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर हुए विवाद पर टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने मजबूती से अपना पक्ष रखा है. सानिया ने कहा है कि उनकी शादी भले ही पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से हुई है, लेकिन वह भारतीय हैं और मरते दम तक भारतीय ही रहेंगी.

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Sania Mirza with Shoib Malik
Sania Mirza with Shoib Malik

खुद को तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर हुए विवाद पर टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने मजबूती से अपना पक्ष रखा है. सानिया ने कहा है कि उनकी शादी भले ही पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से हुई है, लेकिन वह भारतीय हैं और मरते दम तक भारतीय ही रहेंगी.

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गौरतलब है कि तेलंगाना बीजेपी के नेता के. लक्ष्मण ने उन्हें 'पाकिस्तान की बहू' बताते हुए ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने का विरोध किया था. लक्ष्मण ने कहा है कि सानिया का तेलंगाना से कोई लेना-देना नहीं है और अब वह पाकिस्तान की बहू हैं.

इसके बाद गुरुवार सुबह सानिया मिर्जा ने एक के बाद एक ट्वीट करके इस विवाद पर दुख जाहिर किया. उन्होंने बताया, 'मुझे दुख है कि मुझे ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने के मुद्दे पर मीडिया और राजनेता अपना इतना समय बर्बाद कर रहे हैं. मेरी शादी पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से हुई है, पर मैं भारतीय हूं और मरते दम तक भारतीय रहूंगी.'

'100 साल से पुराना है हैदराबाद से रिश्ता'
उन्होंने लिखा, 'मैं मुंबई में पैदा हुई थी, क्योंकि मेरी मां उस समय बीमार थीं और उन्हें एक विशेषज्ञ डॉक्टर की जरूरत थी. जब मैं तीन हफ्ते की थी, तो हैदराबाद आ गई थी. मेरे पूर्वज सौ से भी ज्यादा साल से हैदराबाद में रह रहे हैं. मेरे दादा मोहम्मद जफर मिर्जा ने 1948 में हैदराबाद की निजाम रेलवे में बतौर इंजीनियर करियर शुरू किया था. उनकी मौत भी हमारे पैतृक घर में हुई. मेरे परदादा मोहम्मद अहमद मिर्जा भी हैदराबाद में जन्मे और पले-बढ़े. वह वॉटरवर्क्स, हैदराबाद में चीफ इंजीनियर रहे, तथा प्रसिद्ध गंडीपेट बांध के निर्माण में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा.'

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स्टार टेनिस खिलाड़ी ने आगे लिखा, 'मेरे परदादा के पिता श्री अज़ीज़ मिर्जा हैदराबाद के निज़ाम के यहां होम सेक्रेटरी हुआ करते थे, और वर्ष 1908 में आई बाढ़ के दौरान उन्होंने राहत कार्य में योगदान दिया था. इस तरह मेरा परिवार का सौ से भी ज्यादा साल से हैदराबाद से ताल्लुक है. कोई मुझे बाहरी ठहराना चाहता है तो इसकी मैं कड़ी निंदा करती हूं. मुझे उम्मीद है कि इससे सभी शक और मुद्दे सुलझ जाएंगे. '

बवाल के बाद बीजेपी बोली, सानिया पर गर्व है
बवाल बढ़ता देख आनन-फानन में बीजेपी की ओर से प्रकाश जावड़ेकर ने बयान जारी किया गया. सूचना-प्रसारण मंत्री ने कहा कि उन्हें सानिया पर गर्व है. इससे पहले तेलंगाना बीजेपी के नेता लक्ष्मण ने आरोप लगाया था कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने ग्रेटर हैदराबाद नगरपालिका चुनाव से पहले अल्पसंख्यक वोटरों को लुभाने के लिए यह फैसला लिया है.

बीजेपी नेता ने कहा कि सानिया का जन्म महाराष्ट्र में हुआ और उसके बाद उनका परिवार 1986 में हैदराबाद आया. इसलिए उन्हें स्थानीय नहीं कहा जा सकता है. लक्ष्मण ने यह भी कहा कि सानिया पाकिस्तान की बहू हैं, उन्होंने पाक क्रिकेट खिलाड़ी शोएब मलिक से 2010 में शादी की थी. बीजेपी नेता ने कहा कि सानिया ने कभी भी अलग तेलंगाना के आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया.

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लक्ष्मण ने तेलंगाना सरकार की ओर से सानिया को एक करोड़ रुपये देने पर भी हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि ऐसा करके सरकार दूसरे प्रतिभावान खिलाड़ियों की अनदेखी कर रही है. उन्होंने कहा कि 13 साल की उम्र में 25 मई 2014 को माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मालावत पूर्णा को केवल 25 लाख दिए गए.

बीजेपी के इस रवैये की जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने आलोचना की है. बीजेपी और RSS को सांप्रदायिक बताते हुए उन्होंने कहा, 'सानिया ने अपनी राष्ट्रीयता नहीं बदली है, उन्होंने भारत को गर्व करने के मौके दिए हैं और उन्हें एंबेसडर बनने का पूरा अधिकार है.'

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही सानिया मिर्जा को तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अपॉइंटमेंट लेटर और एक करोड़ रुपये का चेक सानिया को देते हुए कहा था, 'तेलंगाना को सानिया पर गर्व है, जो खालिस हैदराबादी हैं. वह इंटरनेशनल टेनिस में पांचवें नंबर पर हैं और हम दुआ करते हैं कि वह नंबर वन बनें.'

मामले पर सानिया मिर्जा के ट्वीट्स

 

 

 

 

 

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