भीड़ को चीरते हुए संजय दत्त चुपचाप अदालत के अंदर पहुंचे. जज बैठ चुके थे. दोनों तरफ के वकील थे. कोर्ट के कर्मचारी थे और कुछ परिचित रिश्तेदार. कार्यवाही शुरू हुई. संजय दत्त ने कोर्ट में घुसते ही जज से कहा- जज साहब मुझे सीने में दर्द महसूस कर रहा है. क्या मैं यहां बैठ सकता हूं.
....तो शायद जेल नहीं जाते संजय दत्त
जज ने उन्हें फौरन इजाजत दे दी. संजय दत्त एक किनारे रखी बेंच पर चुपचाप बैठ गए. साथ में पत्नी मान्यता दत्त. भावुकता में उन्होंने पति का हाथ अपने हाथों में ले लिया. थोड़ी ही देर में प्रिया दत्त भी उनके पास पहुंच गईं.
तस्वीरों में देखें संजय दत्त के जीवन का सफर
संजय दत्त के वकील रिज़वान मर्चेंट ने कहा- संजय दत्त को जेल में घर का बना खाना खाने की इजाजत दी जानी चाहिए. इसपर सीबीआई के वकील ने कहा- एक महीने तक संजय दत्त को घर का खाना मिले, इसमें उन्हें कोई एतराज नहीं है. जज ने संजय दत्त के वकील से कहा- एक महीने तक संजय दत्त घर का बना खाना खा सकते हैं और इसके बाद उनके घर के खाने पर फैसला जेल के अधिकारी लेंगे. इसके बाद रिज़वान मर्चेंट ने अदालत से गुज़ारिश की कि- संजय दत्त को जेल में अलग-थलग न रखा जाए. इस तरह से कैदियों पर अच्छा असर नहीं पड़ता. जज ने कहा- ये सिर्फ आपका वहम है.
संजय दत्त के वकील की अगली गुज़ारिश थी- संजय दत्त सख्त बिस्तर पर नहीं सो सकते, इसलिए उन्हें पतले नरम गद्दे और तकिया साथ ले जाने की इजाजत दी जाए. साथ में दवाइयां क्योंकि उनका पिछले तीन सालों से इलाज चल रहा है.
जज ने तकिए और गद्दे की इजाज़त तो नहीं दी लेकिन इतनी रियायत ज़रूर दे दी कि- संजय दत्त को 15 दिन के लिए पंखे इस्तेमाल, घर से मंगाई गई दवाइयों और एक महीने तक कसरत की इजाजत दे दी.
संजय दत्त के वकील ने अपनी मांग को मुवक्किल के लिए सिगरेट तक फैला दिया, कहा- संजय दत्त को सिगरेट पीने की इजाजत दी जानी चाहिए. इस पर जज ने कहा, गलत बात- ये बात मंजूर नहीं की जा सकती. साथ में ये सलाह भी नत्थी कर दी कि संजय दत्त को सिगरेट छोड़ देनी चाहिए. जज की इस सलाह पर संजय दत्त मुस्कुरा पड़े.
जज ने संजय दत्त से पूछा- जेल में कितने दिन बिता चुके हो..? संजय दत्त ने कहा- जज साहब पूरे 551 दिन.
संजय दत्त ने अदालत से कुछ और चीजें अपने साथ ले जाने की इजाजत मांगी. पहला हनुमान चालीसा, दूसरा पढ़ने के लिए चश्मा और तीसरा पहनने के कपड़े. पहनने के कपड़े को छोड़कर तीनों पर कोर्ट ने हां कर दिया. साथ में ये भी कहा कि संजय दत्त की सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए जाएं.
इसके बाद संजय दत्त कोर्ट से बाहर आए. रॉल्स रॉयस पर उड़ने वाले के लिए बाहर जेल की वैन इंतज़ार कर रही थी. बुझे हुए मन में मुन्ना को बैठना पड़ा. भारी सुरक्षा में संजय दत्त को लेकर जेल की गाड़ी मुंबई की सड़कों पर धूल उड़ाती जेल की तरफ बढ़ती जा रही थी और इससे तेज़ी से बढ़ती जा रही थी संजय दत्त की बेचैनी.