शिव सेना के सांसद संजय राउत ने मंगलवार को राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में अपनी सहयोगी पार्टी बीजेपी पर ही हमला बोला. शिव सेना संकेत दे चुकी है कि वह आगामी चुनावों में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी, इसलिए यह हमला अप्रत्याशित नहीं माना जा रहा है.
संजय राउत ने पाकिस्तान से लगी देश की सीमा पर आतंकी गतिविधियों और विदेश नीति से लेकर हाल ही में चर्चित 'पकौड़ा रोजगार' के मामले पर भी सरकार की आलचोना की. राउत ने कहा कि पाकिस्तान को लेकर हमें कोई कड़ा फैसला लेने की जरूरत है. 4 के बदले 40 मारेंगे कहने की बात अब सही साबित नहीं हो रही है.
क्या मिसाइल राजपथ पर प्रदर्शन के लिए?
राउत ने कहा, 'मोदी जी हम आपसे उम्मीद करते हैं आप अब सख्त कदम उठाइए. क्या हमारी मिसाइल राजपथ पर प्रदर्शन करने के लिए है? तिरंगा यात्रा के नाम पर राजनीति होती है. तिरंगा यात्रा दिल्ली या मुम्बई में नहीं, कश्मीर में निकलनी चाहिए.'
जवानों पर एफआईआर पर नाराजगी
शिव सेना नेता ने कहा, 'डोकलाम में क्या हुआ, सिक्किम में क्या हुआ, कश्मीर में जवानों पर हमला हो रहा है. हमारे जवान पर कश्मीर में एफआईआर होती है. केंद्र सरकार को वहां की सरकार से पूछना चाहिए. कश्मीर पंडित की वापसी का क्या हुआ?'
हवा में बात मत करो, पकौड़ा रोजगार पर काम करो
पकौड़ा रोजगार का जिक्र हुआ,लेकिन इसकी तुलना भिखारी से करना ठीक नहीं. उन्होंने कहा, 'बेरोजगारी का मुद्दा देश में है. पकौड़ा रोजगार की बात कहना कोई देश में स्वाभिमान की बात नहीं. हवा में बात मत करिए, पकौड़ा रोजगार की बात करते हैं तो उनको प्रोटेक्शन भी दीजिए.
बाल ठाकरे के वड़ा पाव का दिया उदाहरण
संजय ने कहा, 'बाला साहब ठाकरे ने 70 के दशक में मुंबई के लोगों को कहा था कि अगर पास रोजगार नहीं है तो वड़ा पाव बेचो. आज शिवसेना के सहयोग से 5 हजार लोग वड़ा पाव बेच रहे हैं और 5 से 10 हजार रुपये महीने भी कमा रहे हैं. क्या सरकार पकौड़ा बेचने वालों को लाइसेंस देगी, पुलिस और निगम के अकिक्रमण हटाओ अभियान से सुरक्षा देगी?'
किसान मंत्रालय में आकर मर गया, कोई देखने नहीं गया
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में किसान लगातार आत्महत्याएं कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले 80 साल की उम्र से ज्यादा का किसान आया और महाराष्ट्र सरकार के मंत्रालय में उसने आत्महत्या कर ली. उसका नाम धर्मा पाटिल था. आपने खबर सुनी होगी. कोई मंत्री देखने नहीं गया मंत्रालय में.