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40 रुपये हर रोज की मजदूरी मिलेगी 'मुन्‍ना' को

वक्‍त किसी का एक-सा नहीं रहता. जिंदगी की इस फिलॉसफी को संजय दत्त से ज्‍यादा अच्‍छी तरीके से भला और कौन समझ सकता है. करोड़ों की कमाई और लाखों खर्चने वाले संजय दत्त को जेल में 5 घंटे मजदूरी करनी होगी और मिलेंगे हाथ में केवल 40 रुपये.

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वक्‍त किसी का एक-सा नहीं रहता. जिंदगी की इस फिलॉसफी को संजय दत्त से ज्‍यादा अच्‍छी तरीके से भला और कौन समझ सकता है. करोड़ों की कमाई और लाखों खर्चने वाले संजय दत्त को जेल में 5 घंटे मजदूरी करनी होगी और मिलेंगे हाथ में केवल 40 रुपये.

सबसे पहले संजय दत्त को कानून के तहत पहले टाडा कोर्ट के सामने सरेंडर करना होगा. ये बात अब साफ हो चुकी है. सजा साढ़े तीन साल की है और इसे आम कैदी की तरह भुगतना होगा फिल्मी परदे के मुन्नाभाई को. जेल में कैसे कटेगा संजय दत्त का वक्त, इसे जानते हैं.

जमाने के सामने रोते-रोते अपने आंसू खुद पी गया मुन्ना. सामने खड़ा मुश्किल वक्त टल जाए, इसके लिए दुआएं मांगी, लेकिन अब तो अब तो दुआओं का आसरा भी ना रहा. कोई जतन काम नहीं आया, ना आंसू और ना ही दुआएं.

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अब वक्त ने भी घड़ी की टिक-टिक के साथ उल्टी गिनती शुरू कर दी है. मुन्ना ने मान लिया, कि मुकद्दर का लिखा कौन टाल सकता है, नसीब में जेल की काल कोठरी लिखी है, तो जेल जाना ही पड़ेगा.

कानून की बेड़ियां जैसे मुन्ना के साथ याराना कर बैठी हैं, उनसे भला मुंह कब तक मोड़ता. मुन्ना को 16 मई की सुबह उस घड़ी से सामना करना ही पड़ेगा. सरेंडर के कानूनी प्रावधानों के मुताबिक संजय दत्त को सबसे पहले मुंबई के टाडा कोर्ट में सरेंडर करना होगा. 16 मई को सुबह से लेकर शाम चार बजे के बीच कभी भी सरेंडर कर सकते हैं संजय दत्त. उसके बाद उन्हें आर्थर रोड जेल ले जाया जाएगा. इसके बाद उन्हें महाराष्ट्र के 6 में से किसी एक सेंट्रल जेल में ट्रांसफर कर दिया जाएगा.

वैसे ज्यादा आसार इस बात के हैं कि संजय दत्त को पुणे के यरवदा जेल में शिफ्ट किया जाएगा. पुणे की इस ऐतिहासिक जेल में संजय दत्त दो महीने की कैद काट चुके हैं. संजय दत्त यहां के महौल से पूरी तरह वाकिफ है. हालांकि इस बात से कोई खास फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि जेल तो जेल ही है. संजय दत्त को उन सभी सख्त प्रावधानों से गुजरना होगा जो उनकी सजा के साथ मुकर्रर की गई हैं. जब मुन्नाभाई जाएंगे जेल तो सबसे पहले संजय दत्त का मेडिकल टेस्ट होगा. मेडिकल टेस्ट के बाद यूनिफार्म और कैदी नंबर मिलेगा. आम कैदियों का खाना मिलेगा, कपड़े खुद धोना होगा. सुबह 7 बजे जगना होगा और 5 घंटे काम करना होगा. संजय दत्त अपनी मर्जी से कोई भी काम चुन सकते हैं.

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जेल अथॉरिटीज के मुताबिक संजय दत्त पिछले बार जेल आए थे, तो उन्होंने कुर्सियां बुनने का काम चुना था. उन्होंने लकड़ियों के काम में बेहद दिलचस्पी दिखायी थी. इस बार संजय दत्त जेल में कौन सा काम चुनते हैं. जेल में काम के रूप में संजय दत्त के सामने जो विकल्प है उसमें वह रसोई घर में काम कर सकते हैं. जेल की बेकरी में भी उन्‍हें काम मिल सकता है.

जेल में बागवानी का काम कर सकते हैं. चरखे से सूत कातने का काम कर सकते हैं. लोहे या लकड़ी का काम कर सकते हैं. जेल में स्किल्‍ड लेबर को 40 रुपये, सेमी स्किल्‍ड को 35 रुपये और अनट्रेंड लेबर को 25 रुपये ही मिलते हैं.

करोड़ों की कमाई और लाखों के खर्च के आदी संजय दत्त को 40 रुपये में गुजारा करना होगा. हालांकि नए जेल मैनुअल के मुताबिक परिवार से उन्हें अधिकतम 1500 रुपये मिलेंगे. इन पैसों से संजय दत्त जेल की कैंटीन से खाने पीने की कोई चीज खरीद सकते हैं.

साढ़े तीन साल की जेल के दौरान संजय दत्त 30 से 60 दिन के पैरोल पर भी रिहा हो सकते हैं. इस बीच उन्हें परिवार के पांच सदस्यों से महीने में एक बार मिलने की इजाजत होगी, लेकिन वो मुलाकात सिर्फ 20 मिनट की होगी. यही है फिल्मों के मुन्नाभाई की असल जिंदगी का नया रोजनामचा.

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