scorecardresearch
 

राष्ट्रद्रोह मामला: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए गिलानी

चाणक्यपुरी पुलिस थाने के पीछे स्थित कार्यालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष गिलानी की पेशी हुई. जहां कुछ सवाल-जवाब भी हुए, जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

Advertisement
X
डीयू के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी
डीयू के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी

Advertisement

प्रेस क्लब में देश विरोधी नारेबाजी के आरोपी दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी को 14 दिनों में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. गुरुवार को उन्हें चाणक्यपुरी स्थ‍ित डिप्लोमेटिक सिक्योरिटी फोर्स के ऑफिस में पेश किया गया. वह अभी पुलिस हिरासत में चल रहे थे.

जानकारी के मुताबिक, चाणक्यपुरी पुलिस थाने के पीछे स्थित कार्यालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष गिलानी की पेशी हुई. जहां कुछ सवाल-जवाब भी हुए, जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इससे पहले 16 फरवरी को उन्हें दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया था,‍ जिसकी अवधि‍ गुरुवार को खत्म हो रही थी.

गौरतलब है कि एसएआर गिलानी को राष्ट्रद्रोह के केस में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर प्रेस क्लब में भारत विरोधी नारे लगाए थे. मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने गिलानी को 2 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.

Advertisement

 

सोमवार को पुलिस ने लिया था हिरासत में
पूर्व प्रोफेसर गिलानी पर आरोप है कि उन्होंने 10 फरवरी की शाम को प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम के दौरान भारत के खिलाफ नारे लगाए थे. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में आतंकी अफजल गुरु और मकबूल बट्ट के समर्थन में नारे लगाते हुए कश्मीर की आजादी की लड़ाई की तारीफ भी की गई थी. अफजल गुरु को संसद पर आतंकी हमले के दोष में 9 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी. पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस ने गिलानी को पूछताछ के लिए सोमवार की रात ही हिरासत में लिया था. प्रेस क्लब में इस कार्यक्रम के लिए बुकिंग डीयू के ही रिटायर्ड प्रफेसर अली जावेद के नाम से हुई थी.

 

पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस प्रोफेसर अली जावेद से भी तीन बार पूछताछ कर चुकी है. प्रफेसर गिलानी को 12 दिसंबर 2001 में संसद पर हुए हमले के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था. बाद में हाई कोर्ट ने उन्हें को बरी कर दिया था.

Advertisement
Advertisement