भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की बहन और उनकी बेटी ने पाकिस्तान के गृहमंत्री से मुलाकात की और सरबजीत की यथाशीघ्र रिहाई की अपील की.
रहमान मलिक ने सरबजीत की भावुक बहन दलजीत कौर और बेटी सपनदीप कौर से कहा कि पाकिस्तान सरकार न्यायिक प्रक्रिया का पालन कर सरबजीत के मामले को प्रोसेस करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है. उन्होंने दलजीत और उनके परिवार को अपने निजी मेहमान के तौर पर पाकिस्तान आने का न्योता दिया और पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों को उन्हें लंबी अवधि का वीजा जारी करने का निर्देश दिया.
मलिक ने उनसे कहा, ‘कृपया आप मेरे मेहमान के तौर पर पाकिस्तान आएं और जब तक आपकी मर्जी हो वहां ठहरें.’ पाकिस्तानी नेता ने दोनों से कहा कि भारत के साथ प्रतिनिधि स्तर की वार्ता के दौरान गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी सरबजीत की रिहाई का मुद्दा उठाया था और दोनों पक्षों ने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की.
उन्होंने कहा, ‘आपके प्रधानमंत्री ने भी मुद्दे को उठाया और हम इसपर काम कर रहे हैं. हम न्यायिक प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं. अल्लाह की मर्जी से कुछ होगा.’
दलजीत कौर ने कहा, ‘हम जल्द ही वीजा के लिए आवेदन करेंगे और सरबजीत से मिलने के लिए पाकिस्तान की यात्रा करेंगे.’ सपनदीप ने कहा, ‘मैं पापा से मिलने को बेताब हूं.’
सरबजीत सिंह पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में मौत की सजा का सामना कर रहा है. उसे 1990 में पाकिस्तान में सिलसिलेवार बम धमाकों में संलिप्तता के मामले में दोषी ठहराया गया था. देश की संघीय सरकार ने उसकी फांसी पर 2008 में अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी थी.