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व्यंग्य: बीजेपी की खुफिया मीटिंग का वीडियो लीक

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी पीड़ित बीजेपी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर समेत हालिया मुद्दों पर चर्चा के लिए पार्टी नेताओं और सांसदों की खुफिया मीटिंग रखी थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ममता बनर्जी से मिलने के कारण मीटिंग में पहुंचने में लेट हो चुके थे. बाकी नेता कुर्सियों में धंसे उनका इंतजार कर रहे थे. जो वीडियो हमारे हाथ लगा ये उसी मौके का है.

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BJP meeting
BJP meeting

इंग्लैंड ने क्रिकेट की खोज की. पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया. आम आदमी पार्टी विरोध से आगे बढ़ी. कांग्रेस गांधी के नाम पर और बीजेपी राष्ट्रवाद के, आज पांचों अपनी इन्हीं चीजों से जूझ रहे हैं.

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जम्मू-कश्मीर में पीडीपी पीड़ित बीजेपी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर समेत हालिया मुद्दों पर चर्चा के लिए पार्टी नेताओं और सांसदों की खुफिया मीटिंग रखी थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ममता बनर्जी से मिलने के कारण मीटिंग में पहुंचने में लेट हो चुके थे. बाकी नेता कुर्सियों में धंसे उनका इंतजार कर रहे थे. जो वीडियो हमारे हाथ लगा ये उसी मौके का है.

अरुण जेटली: कहां रह गए ये कब तक में आएंगे?
अमित शाह: बैठिये तो थोड़ी देर क्या जल्दी है? आ जायेंगे, आपको कौन सा अब बजट बनाना है.
सुरेश प्रभु: जब बनाना ही था तो कौन सा बनाया था. हाहाहा.
जेटली: अरे आप तो समझिये इस बजट में हमने जो निर्णय लिए आगे जाकर...
सुरेश प्रभु: रहने दीजिये साहब, मीडिया में बताइयेगा ये सब. आप तो हमीं से. हमने भी बनाया है बजट.
राजनाथ सिंह: अच्छा ये ममता जी से क्यों मिल रहे हैं. उनकी पार्टी से भी तो गठबंधन का इरादा तो नही बना रहे हैं?
अमित शाह: ऐसे ही किसी से हम गठबंधन थोड़े कर लेते हैं. हमारी नीतियां हैं, हमारे कुछ सिद्धांत हैं यूं ही किसी राह चलते से हम गठबंधन नहीं कर लेते.
लालकृष्ण आडवाणी: सच में ऐसा होता न तो आज हम यहां न बैठे होते. न जाने किसके साथ सरकार बनाई है कभी पाकिस्तानियों की तरफदारी करते हैं तो कभी आतंकवादियों की.
अमित शाह: देखिये कंधार न याद दिलवाना पड़े, उन्हीं की बिटिया के लिए छोड़े थे आतंकी तब पीछे कौन था. बात करते हैं!!
साक्षी महाराज: शान्ति से शान्ति से, हम लोग ही ऐसी-ऐसी बाते करेंगे तो विपक्षियों को मेहनत करने की जरुरत ही क्या पड़ेगी.
(प्रधानमंत्री कमरे में दाखिल होते नजर आते हैं)
नरेन्द्र मोदी: हां महाराज. यही तो मैं भी कहता हूं. हम लोग ही ऐसी-ऐसी बाते करेंगे तो विपक्षियों को मेहनत करने की जरुरत ही क्या पड़ेगी. समझ लीजिये आप.
संबित पात्रा (हर्षवर्धन से): आप ब्लूटूथ तो ऑन कीजिये...(हडबडाकर) अरे मोदी जी आ गए, क्या बात हुई ममता दी से?
नरेन्द्र मोदी: कुछ नहीं, खुश थीं. उनकी पड़ोसी टीम भी पहुंच गई न क्वार्टर फाइनल.
लालकृष्ण आडवाणी: ममता को छोडिये मुफ़्ती का क्या करना है?
राजनाथ: हां कुछ तो करना पड़ेगा. गठबंधन में साथ हैं तो क्या कुछ भी करेंगे. इन पर कहीं से बैन लगाकर.
नरेन्द्र मोदी: बस..बस..बस्स..हद होती है. राजनाथ जी और साक्षी महाराज एक बात समझ लीजिए. आप लोगों के मुंह से अब अगर एक भी बार बैन और बयान निकले न तो भूल जाइएगा कि आप इस सरकार का हिस्सा भी थे कभी. उनको तो एक बार झेल भी लें आप लोगों को नहीं झेला जाता.
संबित पात्रा: लेकिन मोदी जी आपने ये क्यों कहा कि आपको कोई जानकारी नहीं थी.
अमित शाह: यार इसको कौन लाया मीटिंग में, किसके साथ है ये? आज कोई टीवी डिबेट नहीं है क्या?
डॉ. हर्षवर्धन: वो मेरे साथ आये हैं, मैं लेकर आया हूँ अमित जी.
अमित शाह: जानते हैं आप दिल्ली के मुख्यमंत्री क्यों नहीं बने डॉक्टर साहब? बस इसी वजह से.
डॉ. हर्षवर्धन- हमें राजनीति न सिखाइए अमित जी, दिल्ली का सबको पता है. पीडीपी के साथ गई न. बन सकती थी पिछली बार वहां भी सरकार.
राजनाथ सिंह: हो गया हो आप लोगों का तो सुनेंगे मोदी जी क्या कह रहे हैं?
नरेन्द्र मोदी: देखिये देश हमारे लिए सबसे ऊपर है. मीडिया में बात थी तो क्या हमें जम्मू-कश्मीर सरकार से नही बताया गया था वो किसी को छोड़ रहे हैं. कल को वो कासिम फक्तू को छोड़ देंगे कोई कह रहा है पन्द्रह और को छोड़ देंगे कोई कहता है आठ सौ और को. पर कुछ कन्फर्म नहीं है. सोलह बार पहले भी छोड़ा गया था न वो? तब बोला कोई,नाम भी जानता था कोई,हमारे वक़्त में तो बस पहला ही छूटा है.
आडवाणी: हौव्वा तो तुम लोगों ने ही फैलाया था न तब तो लगता था कराची चढ़ जाओगे चुनाव के पहले.
नरेन्द्र मोदी: तो वो बात तो वहीँ न है, हम देश नहीं झुकने देंगे, जनता ने चौकीदार बनाया है तो हम अपना काम करेंगे और कर तो रहे हैं.
आडवाणी: तो अब आगे क्या,करना क्या है अब?
अमित शाह: कह तो दिया मोदी जी ने, वो देश नहीं झुकने देंगे, मीटिंग ख़त्म.
आडवाणी: अरे पर नतीजा क्या निकला? करना क्या है जम्मू-कश्मीर का?
राजनाथ: चलिए भी,आडवाणी जी, आप जैसे समझते न हों कुछ रहने दीजिये.
आडवाणी: अरे लेकिन..ऐसे-कैसे?
(सब निकलने लगते हैं..)
संबित पात्रा: अरे डॉक्टर साहब हो गई डिवाइस डिटेक्ट. अब भेजिए चिट्टियां कलाइयां वे.

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