प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनसीपी नेता शरद पवार के साथ वैलेंटाइन डे मनाने बारामती जा रहे हैं. वैलेंटाइन डे के मौके पर ही दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे अरविंद केजरीवाल को मोदी ने एक पत्र और तोहफा भिजवाया है. शपथग्रहण की पूर्व संध्या पर केजरीवाल ने मीडिया को मोदी का पत्र पढ़ कर सुनाया.
माय डियर चीफ मिनिस्टर,
केजरीवाल जी, बुके तो मैंने आपको पहली मुलाकात में ही दे दिया था. बस ये खत बाकी रह गया था. चाय पर चर्चा के दौरान आप बीच में ही उठकर चले गए. मुझे पता है आप बगैर पैसे लिए आजकल अन्न-जल भी ग्रहण नहीं करते. मैं तो भीतर आपके लिए पैसों वाला लिफाफा लेने ही गया था. वैसे गजब की ट्यूनिंग और केमेस्ट्री है आप और मनीष की. भई, मानना पड़ेगा.
खैर, आप को वैलेंटाइन डे बहुत-बहुत मुबारक हो. इस मौके पर मैं आप को एक छोटा सा तोहफा देना चाह रहा हूं.
मैंने देश को लेकर, जिसमें दिल्ली भी है, एक सपना देखा है. अब आपने भी इसमें शरीक होने की ख्वाहिश जताई है. मैं तो खुद को ही आखिरी मानता था, लेकिन आपने तो मेरा रिकॉर्ड तोड़ते हुए कुछ ज्यादा ही बहुमत बटोर लिए. ऐसे में सपने में शामिल होने का आपका हक तो बनता है.
सपना देखना और उसे पूरा करना अब किसी अकेले के वश का नहीं रह गया है. इसके लिए भी अब टीम वर्क जरूरी हो गया है. आपने केंद्र के साथ मिल कर काम करने की इच्छा जताई है. इस काम को अंजाम देने के लिए मैंने एक छोटी सी टीम बनाई है. टीम के सदस्यों और उनके काम की सूची इस प्रकार है-
किरण बेदी– किरण जी आपकी पुरानी साथी रही हैं. बीते दिनों में कदम कदम पर उन्होंने आप का साथ भी दिया. दिल्ली चुनाव के दौरान आपने मुझे या मेरे पार्टी के लोगों के बारे में भले ही भला बुरा कहा हो मगर किरण जी का आपने पूरा ख्याल रखा. ये बात मैं शायद ही कभी भूल पाऊंगा. मैं चाहता था कि दिल्ली को किरण जी के अनुभवों का फायदा मिले. इसलिए मैं उन्हें दिल्ली का नया उप-राज्यपाल मनोनीत करने जा रहा हूं. उम्मीद है आप और आपकी पूरी टीम उनका सहयोग करेगी.
नूपुर शर्मा– नई दिल्ली सीट से नूपुर शर्मा आपके खिलाफ मैदान में थीं. उन्होंने अच्छा परफॉर्म किया. नूपुर जी युवा हैं और जोश से भरपूर हैं. दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा बेहद संवेदनशील मसला है. इस काम में आपकी मदद के लिए नूपर शर्मा को मैं दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष बनाने जा रहा हूं. आपसे सहयोग अपेक्षित है.
सुषमा स्वराज– आपको तो पता ही होगा. योजना आयोग की जगह मेरी सरकार ने नीति आयोग का गठन किया है. इसकी पहली मीटिंग हो चुकी है. दूसरी मीटिंग के लिए मैं आपको अभी से आमंत्रित कर रहा हूं. देश के बाकी हिस्सों के लिए तो नहीं, पर दिल्ली के लिए खास तौर पर मैंने 'दिल्ली नीति आयोग' का गठन कराया है, जिसकी पहली चेयरपर्सन सुषमा स्वराज होंगी. सुषमा जी दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं इसलिए आपको उनके अनुभवों का भी लाभ मिलेगा. केंद्र में उनके पास विदेश मंत्रालय का कार्यभार तो था लेकिन मैं खुद ही इतना काम कर देता हूं कि उनके पास कोई काम ही नहीं बचा था. वो बोर हो रही थीं और मार्गदर्शक मंडल शायद उन्हें सूट नहीं लगता इसलिए मैंने उन्हें ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने का फैसला किया. आपसे सहयोग अपेक्षित है.
स्मृति ईरानी– मैंने महसूस किया कि दिल्ली को अलग से एक 'स्टेट नॉलेज कमीशन' की भी जरूरत है. इसलिए इसका भी गठन कर दिया गया है. स्मृति ईरानी जी इसकी पहली अध्यक्ष बनाई गई हैं. उन्हें कई क्षेत्रों में काम करने का अनुभव और नॉलेज है. मानव संसाधन मंत्री के रूप में उन्होंने काफी अच्छा काम किया है. छोटे पर्दे पर देश की बहू के रूप में उनके योगदान को भला कौन भूल सकता है.
साध्वी निरंजन ज्योति– विकास के लिए सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. गुजरात इसकी मिसाल है. दिल्ली के लिए भी मेरी सरकार ने एक सांप्रदायिक सद्भाव मिशन का गठन किया है. साध्वी प्राची ने इस फील्ड में खासा काम किया हुआ है. उम्मीद है आप उनके अनुभवों का लाभ उठाएंगे और उन्हें अपेक्षित सहयोग प्रदान करेंगे.
साध्वी प्राची– दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना आपका सबसे बड़ा मिशन है. पहली मुलाकात में ही आपने इसे जोर शोर से उठाया भी. इस मसले पर मैंने एक्सपर्ट की राय भी ली थी. उनका कहना है कि दिल्ली की आबादी पूर्ण राज्य का दर्जा देने जैसे कंडीशन से मैच नहीं करती. साध्वी प्राची जी का पॉपुलेशन और फेमिली प्लानिंग पर अच्छा काम रहा है. उनके अनुभव और हाल की सक्रियता को देखते हुए मैंने उन्हें 'डेल्ही स्टेटहुड एडवाइजरी काउंसिल' की कमान सौंपी है. उनके काम में आपका सहयोग अपेक्षित है.
उमा भारती– दिल्ली देश की राजधानी है और इसे वर्ल्ड क्लास सिटी बनाना अब हमारा साझा लक्ष्य है. इसके लिए मेरी सरकार ने दिल्ली विकास फोरम बनाया है और इसे लीड करने की जिम्मेदारी उमा भारती जी को सौंपी गई है. मेरी जानकारी में उमा जी से आपकी कभी ज्यादा शिकायत नहीं रही है. उम्मीद है आप उन्हें पूरा सहयोग करेंगे.
हम तो प्रेम और भाइचारे के त्योहार के तौर पर सिर्फ होली मनाते रहे हैं. इधर बीच वैलेंटाइन डे को आपने कुछ ज्यादा ही रोमांचक बना दिया है. आप इस्तीफा भी देते हैं 14 फरवरी को और शपथ भी लेते हैं वैलेंटाइन डे को ही.
वैलेंटाइन डे आपके जीवन में ऐसे ही बार बार आए और आप उसे हर बार किसी न किसी बहाने रोचक और रोमांचक बनाए रखें, इसके लिए मेरी अपार शुभकामनाएं हैं.
आप शपथ के बाद इन सातों देवियों के साथ वैलेंटाइन डे सेलीब्रेट करें. आपको तो मैंने बताया ही था कि इस बार मैं पवार साहब के साथ वैलेंटाइन डे मनाने जा रहा हूं.
आप सभी का
नरेंद्र मोदी
मि. प्राइम मिनिस्टर