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व्यंग्यः कुछ खांसी बड़ी लक्की होती हैं जी

दर्द जब हद से गुजर जाए तो वह दवा बन जाता है. ऐसा ही कुछ हमारे विकास पुरुष और भ्रष्टाचार निरोधक पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ भी हुआ. 

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अरविंद केजरीवाल और उनकी ट्रेडमार्क खांसी
अरविंद केजरीवाल और उनकी ट्रेडमार्क खांसी

दर्द जब हद से गुजर जाए तो वह दवा बन जाता है. ऐसा ही कुछ हमारे विकास पुरुष और भ्रष्टाचार निरोधक पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ भी हुआ. पहले खांसी उनकी मजबूरी थी, क्योंकि भ्रष्टों को निबटाने के कारण उनको उससे निजात का टाइम नहीं मिल रहा था. टेलीविजन पर हर बाइट के साथ मुंह पर हाथ रखकर खांसना, कुछ दिन बाद फैशन बन गया.

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केजरीवाल को जब पहली बार विधानसभा चुनाव में जीत मिली तो यह फैशन वरदान साबित हुआ, क्योंकि कुछ सहानुभूति देते तो कुछ-कुछ इस बात का इशारा भी कि बंदे का कमिटमेंट देखो... खांसी के बावजूद देश से भ्रष्टाचार को समूल नष्ट करने में लगा है. बिल्कुल चाणक्य की तरह जिन्होंने नंद वंश का खात्मा करने के बाद ही, चोटी बांधी थी.

चलिए भ्रष्टाचार का खात्मे का दिन भी आ गया. वो ऐसे कि आखिरकार पार्टी सत्ता में आ गई, सबसे ईमानदार और आम आदमी की हितैषी पार्टी. सब अच्छा चलने लगा. लोग ईमानदार हो गए और फिजाओं में फैले भ्रष्टाचार के कीटाणुओं का नाश हो गया.

लेकिन यह खांसी निगोड़ी तो दामन ही नहीं छोड़ रही थी. अलबत्ता, अंजलि दमानिया ने जरूर पार्टी का दामन छोड़ दिया. आखिरकार सलाह मिली तो यह विकास पुरुष और भ्रष्टाचार नाशक नेता बंगलुरु को प्रस्थान कर गए. वैसे भी समय आ गया था क्योंकि अच्छे दिन तो आ ही गए थे. वे खांसी की महिमा को भूल चुके थे.

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लेकिन अब ऐसा लगने लगा है कि कुछ खांसी बड़ी लकी होती हैं. अब आप ही देखिए जब तक खांसी थी तब तक सब साथ थे. 'आप' का पूरा कुनबा मिल जुलकर रह रहा था. जिस दिन से एके साहब ने खांसी का समूल नष्ट करने का फैसला किया, उसी दिन से पार्टी की भी चूलें हिलने लगीं. 4 मार्च को बैठक हुई और योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर गाज गिरी, यह खांसी के इलाज के लिए निकलने से एक दिन पहले तक की बात थी. एके दस दिन के लिए गए हैं. अब सात दिन हो चुके हैं और पार्टी में असंतोष के बीज पड़ चुके हैं.

योगेंद्र और प्रशांत को बागी बताया जा रहा है. अंजलि जा चुकी हैं. मयंक गांधी भी अलविदा कह सकते हैं. संजय सिंह को कांग्रेसी नेता आसिफ मोहम्मद ने स्टिंग के जरिए खतरनाक डंक मारा है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की भी टेप जारी हुई है. खांसी मिटाओ अभियान जारी है, यानी पिक्चर अभी बाकी है...

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