बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन के खिलाफ चक्रव्यूह मजबूत होता जा रहा है. विरोध की आवाज तेज होती जा रही है. जिस सट्टेबाजी की वजह से श्रीनिवासन के खिलाफ आवाज उठी है उसी बाजार ने श्रीनिवासन के भाव को गिरा दिया है.
किस्मत भी कभी-कभी क्या मजाक करती है? जिस सट्टा के सताए श्रीनिवासन को सट्टा सता-सता कर मार रही है, भिगो-भिगो कर इस्तीफे के लिए दौड़ा रही है, कमबख्त वक्त आया तो उस सट्टे ने उन्हीं श्रीनिवासन साहब तक को डस लिया.
हंगाम बरपा है. हर तरफ शोर है. हर तरफ से एक ही सवाल दागे जा रहे हैं. हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है. क्रिकेट के बिग बॉस यानी अपने बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन कब जा रहे हैं? वो कब हटेंगे. हटेंगे या हटाए जाएंगे. खुद से इस्तीफा देंगे या इस्तीफा लिया जाएगा? या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि वो हटेंगे ही नहीं?
दामाद सट्टे के चक्कर में अंदर है. आईपीएल सट्टे के चक्कर में बदनाम, और खिलाड़ी उसी सट्टे के चक्कर में मैदान की बजाए जेल में हैं. बचे सबसे बड़े ससुर जी. तो उसी सट्टे ने अब उन्हें भी उठा कर बाजार में बिठा दिया है. बिकने के लिए.
अब देखिए किस्तम का खेल, जिस सट्टे की वजह से सारा बवाल हो रहा है उसी सट्टे ने अब क्रिकेट के सबसे बड़े बॉस श्रीनिवासन के कुर्सी छोड़ने या कुर्सी पर बने रहने को ही लेकर भाव खोल दिया है. है ना गजब की बात.
अब बीसीसीआई के मेंबर श्रीनिवासन की किस्मत का क्या फैसला करते हैं या श्रीनिवासन खुद के लिए क्या फैसला लेते हैं ये तो पता नहीं. पर हां. सट्टा बाजार के ताजा भाव के हिसाब से श्रीनिवासन की विदाई तय है, और इस विदाई का भाव खुला है 40 पैसे से.
अब अगर आपको लगता है कि नहीं श्रीनिवासन नहीं जाने वाले तो आप दाव लगा सकते हैं 42 पैसे पर. यानी अगर आप इस भाव के हिसाब से एक लाख लगाते हैं तो उनकी विदाई पर आपको 40 हजार मिलेंगे. जबकि हारने पर आपको सिर्फ 42 हजार लगाने पर एक लाख का फायदा होगा. यानी सट्टा बाजार यही चाहेगा कि श्रीनिवासन की विदाई हो ही हो.