रंग-बिरंगे फूलों से गुलजार बगिया किसे नहीं पसंद आती, लेकिन चिलचिलाती धूप में अपनी बगिया का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है, जितना स्वयं का. विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी के मौसम में जरा सी लापरवाही आपकी बगिया की शोभा खत्म कर सकती है.
बागवानी विशेषज्ञ अनुजा जोशी ने बताया कि इस समय बगिया में रंग-बिरंगे फूलों का मौसम है, लेकिन पौधों को विशेष निगरानी की भी जरूरत है.
अनुजा ने कहा ‘गर्मियों में अगर आप चाहें तो आपकी बगिया कई प्रकार के फूलों से महक सकती है, लेकिन भीषण गर्मी में आपको उनकी विशेष निगरानी की जरूरत होती है. पानी की थोड़ी सी भी कमी अच्छी-खासी बगिया को चौपट कर सकती है. इसलिए जरूरत इस बात की है कि समय-समय पर पौधों को पानी के छींटे देते रहें.’
उन्होंने कहा ‘गर्मियों का मौसम सूरजमुखी, डहलिया और अमलतास जैसे फूलों के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल है. इसके अलावा सदाबहार की कुछ किस्में भी इस समय बहुत फूल देती हैं. इस समय अगर आप चाहें तो भी गुलाब और सेवंती जैसे फूल असर नहीं दिखा सकते. बोनसाई के तौर पर जरूर इनकी कोशिश की जा सकती है.’
दूसरी ओर वनस्पतिशास्त्री डॉ. ऋतु अरुण गर्मियों के मौसम में पौधों में शाम को पानी देने पर जोर देती हैं. डॉ. ऋतु ने बताया कि शाम के समय पानी देने से पत्तियों से वाष्पोत्सर्जन नहीं होता और पौधों की पानी की आवश्यकता भी पूरी हो जाती है.
उन्होंने कहा ‘गर्मी में या तो अपने पौधों पर शेड डालकर रखें या कोशिश करें कि उन्हें किसी झीने कपड़े से ढक दें. ऐसा करने से उन तक सीधी धूप नहीं पहुंचती.’
दिल्ली जैसे शहर में जहां घरों में बागवानी के लिए जगह नहीं है, विशेषज्ञ बोनसाई जैसे विकल्प पर जोर देते हैं. बोनसाई से घरों में बागवानी का शौक भी पूरा हो जाता है और यह छोटे घरों के बरामदों में ज्यादा जगह भी नहीं घेरती.
बोनसाई विशेषज्ञ मीनाक्षी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि बोनसाई के माध्यम से घरों में गुलमोहर और अमलतास जैसे पेड़ भी सफलतापूर्वक लगाए जा सकते हैं, हालांकि इनकी विशेष देखभाल की जरूरत होती है.
मीनाक्षी ने कहा ‘बोनसाई हर मुश्किल का समाधान नहीं है. बोनसाई पर भी मौसम का पूरा असर पड़ता है. हालांकि छोटे घरों वाले लोग बागवानी का शौक पूरा करने के लिए इसे अपना सकते हैं, लेकिन मौसम के हिसाब से इसमें भी सावधानी रखनी पड़ती है.’
मीनाक्षी ने बताया कि गर्मी के मौसम में बोनसाई को एक दिन छोड़ कर एक दिन पानी दिया जाना चाहिए और उन्हें ऐसे स्थान पर रखा जाना चाहिए, जहां उन्हें कुछ देर धूप जरूर मिले.