भारतीय मूल के जाने-माने लेखक और अभिनेता संजीव भास्कर को ससेक्स विश्वविद्यालय का चांसलर बनाया गया है. वे कई सालों से ब्रिटेन के दर्शकों का मनोरंजन करते रहे हैं.
भास्कर को जुलाई में आयोजित विश्वविद्यालय के ग्रीष्मकालीन स्नातक समारोह में औपचारिक तौर पर चांसलर पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. उन्हें विश्वविद्यालय कोर्ट की विशेष बैठक में 23 फरवरी को आम सहमति से चुना गया. अपनी नियुक्ति पर भास्कर ने कहा कि मैं लोगों और समाज के लिए बदलाव तथा विकास में योगदान के लिए मिले अवसर को लेकर उत्साहित हूं.
ससेक्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर माइकल फार्दिग ने कहा कि मेरे लिहाज से चांसलर पद के लिए संजीव भास्कर बिल्कुल सही व्यक्ति हैं. वह न केवल जन्मजात प्रभावशाली लेखक और मनोरंजनकर्ता हैं, बल्कि उन्होंने पूरे महाद्वीप में शिक्षा को लेकर वास्तविक प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है.
अनेक पुरस्कार जीतने वाली फिल्म द कुमार्स एट नंबर 42 के लेखक और इसमें अपनी अभिनेत्री पत्नी मीरा स्याल के साथ अभिनय करने वाले भास्कर टीवी कामेडी शो गुडनेस ग्रेसियस मी के प्रतिष्ठित सदस्य हैं. विश्वविद्यालय परिषद के अध्यक्ष सिमोन फांशावे ने कहा कि संजीव भास्कर को नियुक्त करके विश्वविद्यालय ठोस तरीके से यह बात रख रहा है कि ससेक्स अपने भविष्य के बारे में सोच रहा है.
भास्कर का जन्म 1963 में ईलिंग में हुआ और वह हांसउला में पले-बढ़े. भास्कर ने वर्ष 2007 में भारत और पाकिस्तान की स्वतंत्रता के 60वें वर्ष में अनेक वृत्तचित्र बनाए और अपनी पैतृक जड़ों की तलाश की. उनकी पहली पुस्तक इंडिया विद संजीव भास्कर भी सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में से रही है.
मुंबई कालिंग भी उनका कामेडी शो है, जो भारतीय काल सेंटर पर आधारित है. वर्ष 2005 में उन्हें मनोरंजन के क्षेत्र में योगदान के लिए आर्डर आफ द ब्रिटिश अंपायर से सम्मानित किया गया था.
मनोरंजन के साथ-साथ भास्कर शैक्षणिक परियोजनाओं से भी जुडे़ रहे हैं. चांसलर विश्वविद्यालय में शीर्ष भूमिका अदा करता है, जो दीक्षांत समारोहों में छात्रों को डिग्रियां भी प्रदान करता है. विश्वविद्यालय के कामकाज पर एक रिपोर्ट के लिए हर साल बैठक करने वाली कोर्ट की अध्यक्षता भी चांसलर ही करता है.