सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति एवं जनजाति को प्रमोशन में आरक्षण बिल राज्यसभा से पास हो गया है. बिल के पक्ष में 184 और विरोध में 8 वोट पड़े.
इस बिल पर पिछले एक हफ्ते से राज्यसभा में जबर्दस्त बवाल चल रहा था. बहुजन समाज पार्टी जहां इस विधेयक को पारित कराने के लिए सरकार पर दबाव डाल रही थी, वहीं समाजवादी पार्टी इसके विरोध में थी. सोमवार को समाजवादी पार्टी ने यहां तक चेतावनी दे दी कि बिल पास होने के बाद वो यूपीए को समर्थन देने पर फिर से विचार करेगी.
समाजवादी पार्टी ने वोटिंग का बायकॉट किया हालांकि बिल को तीन चौथाई से ज्यादा बहुमत मिला.
इससे पहले, सरकारी नौकरियों में मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई थी.
इधर, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी पदोन्नति में आरक्षण लागू करने के लिए संविधान संशोधन को गैरकानूनी करार दिया है और इसके खिलाफ मुहिम को समर्थन दिया है.