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CBI चीफ के घर क्या करने आते थे 2जी घोटाले के आरोपी? SC करेगा जांच

सीबीआई डायरेक्टर रंजीत सिन्हा पर आरोप लगा है कि उनके घर 2जी घोटाले और भ्रष्टाचार के अन्य मामलों के आरोपी आया करते थे, जो जांच को प्रभावित कर सकते थे. सुप्रीम कोर्ट इन आरोपों की सच्चाई जांचने वाला है.

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CBI प्रमुख रंजीत सिन्हा
CBI प्रमुख रंजीत सिन्हा

सीबीआई डायरेक्टर रंजीत सिन्हा पर आरोप लगा है कि उनके घर 2जी घोटाले और भ्रष्टाचार के अन्य मामलों के आरोपी आया करते थे, जो जांच को प्रभावित कर सकते थे. सुप्रीम कोर्ट इन आरोपों की सच्चाई जांचने वाला है.

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आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने इस संबंध में याचिका दायर करके जांच की मांग की है. प्रशांत ने जस्टिस एचएल दत्तू की बेंच से दरख्वास्त की है कि सीबीआई प्रमुख के दिल्ली स्थित घर पर आने जाने वाले लोगों के रिकॉर्ड खंगाले जाएं. प्रशांत एनजीओ सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) का प्रतिनिधित्व भी करते हैं जो 2जी मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक है.

प्रशांत के पास हैं रजिस्टर के डिटेल्स
2010 में प्रशांत भूषण की याचिका के बाद ही कोर्ट ने 2जी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस रद्द कर दिए थे. अब उन्होंने आरोप लगाया है कि रंजीत सिन्हा के घर पर आने-जाने वाले लोगों के रजिस्टर में कई 'प्रभावशाली' नाम हैं और ये नाम 2जी स्पेक्ट्रम और कोयला घोटाले के आरोपियों से जुड़े हुए हैं.

प्रशांत भूषण ने उस खबर का भी हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया था कि पिछले 15 महीनों में 2जी स्कैम में फंसी एक कंपनी के उच्च अधिकारी सीबीआई डायरेक्टर के घर पर कई बार मिलने पहुंचे. प्रशांत के मुताबिक, उनके हाथ जो दस्तावेज लगे हैं वे 'विस्फोटक' और 'विचलित करने वाला' बताया है.

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बंद लिफाफे में सौंपें सबूत:SC
हालांकि बेंच ने उन्हें इन दस्तावेज का खुलासा करने से फिलहाल रोक दिया है. बल्कि कोर्ट ने उन्हें ये सबूत एक बंद लिफाफे में सौंपने को कहा है. जस्टिस दत्तू ने प्रशांत भूषण से कहा, 'हम आज किसी के चरित्र के बारे में कुछ नहीं कह रहे. हम मामले पर गुरुवार को विचार करेंगे. आपके पास जो दस्तावेज है उसकी कॉपी बंद लिफाफे में हमें आज ही दे दीजिए.'

एनजीओ ने इससे पहले कोर्ट में याचिका दायर करके आरोप लगाया था कि सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा 2जी घोटाले की जांच को नाकाम करने की कोशिश कर रहे हैं. याचिका में यह भी कहा गया कि सिन्हा ने एयरसेल-मैक्सिस डील केस में पूर्व टेलीकॉम मंत्री दयानिधि मारन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने से रोकने की कोशिश की.

सीबीआई डायरेक्टर के वकील विकास सिंह ने आरोपों को गलत बताया और कहा कि यह जांच एजेंसी को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने भी भूषण से दस्तावेज की कॉपी मांगी है.

दिलचस्प बात यह है कि आरोपी डीएमके नेता कनिमोझी के वकील राम जेठमलानी ने सीबीआई डायरेक्टर का पक्ष लिया. उन्होंने कहा कि रंजीत सिन्हा ने 2जी घोटाले की सीबीआई चीफ के तौर पर ईमानदारी से जांच की.

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