सुप्रीम कोर्ट ने विदेशी बैंकों में जमा काले धन के मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) को इस मामले में हुई प्रगति पर 12 मई तक स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा है.
वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने सुप्रीम कोर्ट से मंगलवार को कहा कि फैसले को प्रभावित करने के लिए सुनियोजित प्रयास किए जा रहे हैं और उन्होंने सरकार से विदेशी बैंकों में जमा काले धन को भारत लाने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा. इसके बाद न्यायालय ने एसआईटी को यह निर्देश दिया.
शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एम.बी.शाह तथा न्यायमूर्ति अरिजीत पसायत काला धन मामले की जांच कर रहे हैं. एसआईटी की अध्यक्षता शाह कर रहे हैं, जबकि पसायत उपाध्यक्ष हैं.
प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एच.एल.दत्तू, न्यायमूर्ति मदन बी.लोकुर तथा न्यायमूर्ति ए.के.सिकरी की पीठ से जेठमलानी ने कहा कि फैसले को प्रभावित करने के लिए सुनियोजित प्रयास किए जा रहे हैं.
जेठमलानी ने न्यायालय से कहा कि वह न्यायालय से कुछ सूचनाएं साझा करना चाहते हैं, जो न्यायाधीशों को हैरान कर देंगी. उन्होंने अदालत से कहा कि काले धन को वापस लाने में देश के अन्य लोगों की जितनी दिलचस्पी है, उतनी ही न्यायाधीशों को भी है.
जेठमलानी ने कोर्ट से कहा, 'काला धन वापस लाने में देश के अन्य लोगों की जितनी दिलचस्पी है उतनी आपको भी है. मैं अपना व्यक्तिगत पैसा नहीं पा रहा हूं. काले धन को वापस लाने में मैं भी देश की मदद कर रहा हूं.'