मध्य प्रदेश के भिण्ड जिले में मासूम की मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे स्कूली छात्रों सहित अन्य लोगों पर डकैती का मामला दर्ज किए जाने का मुद्दा विधानसभा में गूंजा. राज्य के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने इस पूरे मामले की जांच कराने का एलान किया है.
विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के विधायक अरविंद भदौरिया, कांग्रेस विधायक चौधरी राकेश सिंह व डॉक्टर गोविंद सिंह ने बीते माह भिण्ड जिले के फूप थाना क्षेत्र में एक दो वर्षीय बच्चे साहिल की अपहरण के बाद हत्या पर रोष जता रहे लोगों पर पुलिस की कार्रवाई का मामला उठाया.
ध्यानाकर्षण में कहा गया कि प्रदर्शनकारियों पर पहले तो बल प्रयोग किया गया और बाद में प्रदर्शनकारियों पर डकैती का मामला दर्ज कर लिया गया. जिन लोगों पर डकैती का प्रकरण दर्ज हुआ उनमें स्कूली बच्चे भी है. इस प्रकरण के तहत जेल भेजे गए लोगों की 120 दिन के बाद ही जमानत होती है.
विधायकों का कहना था कि सरकारी बयानों के मुताबिक जब डकैती की समस्या ही खत्म हो चुकी है तो डकैती उन्मूलन अधिनियम के तहत प्रकरण क्यों बनाए जा रहे हैं.
राज्य के गृहमंत्री गुप्ता ने पूरी घटना का ब्यौरा दिया और पुलिस कार्रवाई को सही ठहराया. बाद में उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे इस मामले की पुलिस महानिरीक्षक स्तर अधिकारी से जांच कराएंगे.