सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट ने उस टिप्पणी पर सहमति जताई है जिसमें जांच एजेंसी को अपने मालिकों की भाषा बोलने वाला 'तोता' बताया गया था.
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बारे सवाल पूछे जाने पर सीबीआई निदेशक ने गुरुवार को कहा कि कोर्ट ने जो कहा, सही कहा.
इस बीच रंजीत सिन्हा के इस बयान पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी ने बयान पर सहमति जता डाली तो कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सरकार का बचाव किया.
बीजेपी नेता बलबीर पुंज ने कहा, 'सीबीआई निदेशक ने बिल्कुल सही कहा. जांच एजेंसी अब कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इनवेस्टीगेशन बन गई है. यह बात हम पहले से कहते रहे हैं जिसे आज सीबीआई निदेशक ने भी माना.'
वहीं, दिग्विजय सिंह ने सरकार का बचाव करते हुए कहा, 'यह कोर्ट की टिप्पणी है, कोई फैसला नहीं. सरकार ने कुछ भी गलत नहीं किया. कोलगेट की जांच में किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं हुई.'
गौरतलब है कि बुधवार को न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा था, 'सीबीआई पिंजड़े में बंद तोते की तरह है, जो अपने मालिक के सुर में सुर मिलाता है.'
सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा द्वारा सोमवार को दाखिल दूसरे हलफनामे पर आई. हलफनामे में कहा गया था कि केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार और प्रधानमंत्री कार्यालय तथा कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कोयला ब्लॉक आवंटन की जांच रिपोर्ट में खास बदलाव किए थे.
कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि सीबीआई की रिपोर्ट में जो बदलाव किए गए उससे उस रिपोर्ट का दिल बदल गया. सरकार के मंत्रियों का जांच रिपोर्ट देखने का कोई हक नहीं है.
इस मामले पर अगली सुनवाई 10 जुलाई को होगी.