क्लाइमेट चेंज की वजह से भारत अभी कई तरह की समस्याओं से जूझ रहा है. इनमें भयानक सूखा, गर्मी, बारिश और बाढ़ से लेकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं. इन सबकी वजह से देश के लोगों की जीवनशैली प्रभावित हो रही है. सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है. एक और बड़ी समस्या धीरे-धीरे विकराल रूप ले रही है. अगर इसने भयानक रूप ले लिया तो कोलकाता, हल्दिया, कांडला, पोर्ट ब्लेयर और ओखा जैसे 10 बंदरगाह डूबने की कगार पर पहुंच जाएंगे.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने हाल ही में लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि देश के तीनों तरफ समुद्र का जल स्तर बढ़ रहा है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सदन को बताया कि पिछले 40 से 50 सालों में देश के तीनों तरफ समुद्र का जलस्तर औसतन 1.3 मिमी प्रति वर्ष की दर से बढ़ रहा है. तटीय इलाकों में कटाव और डेल्टा क्षेत्र के घटने से भविष्य में तटीय बाढ़, सुनामी, ऊंची लहरों जैसी मुसीबतों को बुलावा देते हैं.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की सूची, जिसमें बताया गया है कि किन शहरों में बढ़ रहा है समुद्री जलस्तर.
50 साल में इन शहरों में सबसे ज्यादा बढ़ेगा समुद्र का जल स्तर
इन शहरों के पास भी समुद्री जल स्तर में इजाफा
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की सूची में कुछ अन्य शहर भी है जहां समुद्र का जलस्तर बढ़ा है. ये शहर हैं - चेन्नई (0.33 मिमी/वर्ष), कोच्चि (1.30 मिमी/वर्ष), मुंबई (0.75 मिमी/वर्ष), पारादीप (1.03 मिमी/वर्ष) और विजाग (0.97 मिमी/वर्ष) हैं. इन शहरों में भी समुद्र का जलस्तर बढ़ना चिंता का विषय है.
दुनिया में हर साल 3.1 मिमी बढ़ रहा है समुद्र का जल स्तर
यूएस नेशनल ओशिएनिक एंड एटमॉसफियरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार पूरी दुनिया के समुद्रों का जल स्तर औसतन 3.1 मिमी प्रति वर्ष बढ़ रहा है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है क्लाइमेट चेंज. प्रदूषण की वजह से दुनिया का तापमान बढ़ रहा है. ग्लेशियर पिघर रहे हैं. जिनकी वजह से समुद्र का जल स्तर बढ़ रहा है.