जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तरफ से आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट जारी है. इस ऑपरेशन ने पिछले 10 महीनों में आतंकियों के मारने का दोहरा शतक पूरा कर लिया है.
आज तक को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस साल अब तक 204 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने घाटी में अलग-अलग ऑपरेशन के दौरान ढेर किया है. वहीं, अगर पिछले 48 घंटों की बात करें तो सुरक्षाबलों ने 10 खूंखार आतंकी मार गिराए हैं.
सीमा पार से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकवादियों को मदद पहुंचाती है. सूत्र बताते हैं कि घाटी में आईएसआई युवाओं को कट्टर बनाने (रेडिकलाइजेशन) की कोशिश करने में लगा हुआ है, वहीं राज्य सरकार इस साजिश को नाकाम करने में लगी हुई है.
डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर ने आजतक से बातचीत में बताया कि आतंकियों के खिलाफ आपसी तालमेल के साथ ये ऑपरेशन चलाया जा रहा है. आगे आने वाले समय में इसी तरीके से ऑपरेशन चलता रहेगा.
डीजी सीआरपीएफ ने कहा कि आतंकियों की भर्ती में इस समय कमी आई है. सुरक्षाबलों का निशाना आतंकियों पर होने के चलते उनमें बौखलाहट है. अब लगातार आतंकी मारे जा रहे हैं.
आगे उन्होंने बताया कि इन सर्दियों में आतंकी घुसपैठ को रोकने के लिए बॉर्डर पर बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस तैयार है. इनपुट्स के आधार पर कारगर कार्रवाई की जा रही है. इस समय सुरक्षाबलों को भारी नाकामयाबी मिल रही है.
उन्होंने ये भी बताया कि घाटी में पिछले दो महीनों में आतंकी भर्ती में काफी कमी आई है. राज्य सरकार और सुरक्षाबल लगातार आतंकियों की भर्ती को रोकने की कोशिश में जुटी हुई है.
इधर पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इन सर्दियों में घुसपैठ कराने का एक अलग तरीके का प्लान तैयार किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पाक आर्मी और आईएसआई ने आतंकियों के लिए खास तरीके की ड्रेस खरीदी है, जो सर्दियों में भी आतंकियों को बर्फीले रास्तों से आने में मदद करेगी.
सूत्रों के मुताबिक, घाटी में इस वक्त 325 के आसपास आतंकी सक्रिय हैं, जिसमें से 215 लोकल आतंकी और 110 पाकिस्तानी आतंकी मौजूद हैं. पाकिस्तान इन सर्दियों में आतंकियों की तादाद बढ़ाना चाहता है, जिससे सुरक्षाबलों पर और हमले किए जा सकें.
आजतक के पास घाटी में मौजूद आतंकियों की लिस्ट है, जिसके मुताबिक इस समय लश्कर के सबसे ज्यादा विदेशी और लोकल आतंकी 148 मौजूद हैं. वहीं दूसरे नंबर पर हिजबुल के लोकल और पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं, जिनकी संख्या 117 है. जबकि, 40 जैश के लोकल और पाकिस्तानी आतंकी इस वक्त कश्मीर घाटी में मौजूद हैं.