जम्मू-कश्मीर के बारामूला में रविवार देर रात हुए आतंकी हमले के 2 संदिग्धों को सुरक्षाबलों ने पहचान लिया है. दोनों हमलावर पाकिस्तानी नागरिक है और जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन जुड़े हुए हैं. जम्मू-कश्मीर के पुलिस सूत्रों ने मिली जानकारी के मुताबिक, 23 वर्षीय हनीफ अलियास हिलाल और 22 साल के अली बारामूला में हमला करने वाले हमलावर हैं.
इस हमले में दो आतंकी ढेर हो हुए थे, जबकि आतंकियों से मुठभेड़ में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था और एक जवान जख्मी हुआ था. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि जम्मू-कश्मीर के SOG को 3 दिन पहले बारामूला के ओल्ड टाउन एरिया में 2 आतंकियों के छिपे होने की खबर थी. उन्हें लोकल स्लीपर सेल की मदद मिली थी. इन आतंकियों की योजना सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की थी. सेना और आईबी को इसकी जानकारी दे दी गई है.
करीब 3 घंटे चली मुठभेड़
आतंकियों ने रविवार रात साढ़े 10 बजे 46 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर डबल अटैक किया. कुछ आतंकियों ने मेन गेट पर धावा बोला, जबकि दूसरे गुट के आतंकियों ने कैंप पर झेलम नदी की ओर हमला किया, लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से आतंकी कैंप में घुस नहीं पाए. करीब 3 घंटे की मुठभेड़ के बाद 2 आतंकी मारे गए और बाकी भाग गए.
आतंकी हमले पर गृहमंत्री की नजर
गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस आतंकी हमले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने देर रात एनएसए और बीएसएफ के डीजी से भी बात की. गृह मंत्री ने एक जवान के शहीद होने पर दुख जताया है.
हाई अलर्ट पर हिंदुस्तान
बारामूला हमले के बाद राजधानी दिल्ली से लेकर तमाम बड़े शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं मुंबई में ड्रोन हमले के अंदेशे के बाद चप्पे-चप्पे पर चौकसी बरती जा रही है. पूजा-पांडालों पर सख्त पहरा दिया जा रहा है.
कैंप के अंदर घुसने की फिराक में थे आतंकी
रात करीब साढ़े दस बजे आतंकियों ने एके-47 और ग्रेनेड से हमला किया. अंधाधुंध फायरिंग करते हुए आतंकी सेना के कैंप के अंदर घुसने की फिराक में थे, लेकिन सतर्क सुरक्षाबलों ने फौरन जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई. शुरुआती फायरिंग के बाद ही सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी ढेर हो गए थे.