देश के आस-पास के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को ‘ज्वालामुखी’ सरीखा बताते हुए वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल पी वी नाइक ने शुक्रवार को कहा कि यह किसी भी समय फट सकता है.
उन्होंने वायु सैनिकों से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने और सतर्क रहने को कहा. 78वें वायु सेना दिवस को संबोधित करते हुए नाइक ने कहा, ‘मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य ज्वालामुखी की तरह है और आपके कौशल की परीक्षा बिना किसी चेतावनी के किसी भी घड़ी ले सकता है. ये समय त्वरित कार्रवाई और प्रतिबद्धता की मांग करते हैं.’
उन्होंने कहा कि ऐसा नया कोई घटनाक्रम नहीं हुआ है जिसने उन्हें हालात को ज्वालामुखी सरीखा बताने को उकसाया. बाद में उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि यह तुलना इसलिए की गई क्योंकि ‘हम नहीं जानते कि यह कब फटने जा रहा है. यह 100 वर्षों में फट सकता है या यह कल भी फट सकता है. इसलिए मैंने ऐसा कहा.’ बाह्य खतरे से देश की रक्षा करने की जिम्मेदारी सशस्त्र बलों के कंधे पर होने की बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘यही हमारे अस्तित्व की वजह है.’
उन्होंने कहा, ‘खतरे की जटिलता और तीव्रता की वजह से वायु सेना के तौर पर हमारी संचालनात्मक तैयारी उच्च स्तर की रहनी चाहिए. प्रतिक्रिया की गति, लचीलापन और हवाई परिसंपत्ति की उम्दा तैनाती सफलता की कुंजी होगी.’ वायु सेना प्रमुख ने वायु सैनिकों से योजना बनाने से लेकर सभी मामले में अभियान को पूरा करने में अग्रसक्रिय रहने को कहा. {mospagebreak}
नाइक ने कहा, ‘आज मैं यहां आप सबसे ज्यादा चौकन्ना रहने और वायु सेना में आज जो कुछ भी कर रहे हैं उसको लेकर सावधान रहने का आह्वान करने के लिए खड़ा हूं.’ 126 मध्यम बहुद्देशीय लड़ाकू विमानों, हवा में ही ईंधन भरने वाले विमान, हवाई त्वरित चेतावनी एवं नियंत्रण प्रणाली, हेलिकाप्टरों और परिवहन विमानों को भविष्य का अधिग्रहण बताते हुए उन्होंने कहा, ‘वायु सेना अगले पांच से सात वर्षों में बेहद शक्तिशाली हवाई शक्ति बनने जा रही है.’
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि वायुसेना का प्रदर्शन और प्रतिबद्धता राष्ट्र की अपेक्षाओं के साथ बढ़ी है. उन्होंने वायुसेनाकर्मियों से कहा कि वे मौजूदा क्षमताओं का ध्यानपूर्वक इस्तेमाल करें और इस बात को सुनिश्चित करें कि आधुनिकीकरण की तरफ पारगमन हमारी संचालनात्मक क्षमता पर प्रभाव डाले बिना निर्बाध तरीके से हो.
वायु सेना के लिए अपनी भविष्य की दृष्टि को रखते हुए नाइक ने कहा, ‘वायु सेना निश्चित तौर पर सूचना, वायु आकाश और साइबर जगत के समूचे क्षेत्र में प्रभुत्व स्थापित करने में सक्षम होनी चाहिए जहां भविष्य में हम अपने दम पर अभियान चला सकें.’ उन्होंने कहा, ‘वायु सेना अत्याधुनिक, विशेष हथियारों, निर्विवाद सामरिक टोह, एयरलिफ्ट क्षमता, व्यापक हवाई रक्षा प्रणाली के साथ आज गतिशील एयरोस्पेस शक्ति बनने के मुहाने पर है. इस स्वस्थ मिश्रण के साथ मैं आश्वस्त हूं कि हम गति और सूक्ष्मता के साथ अपना काम पूरा करने में सक्षम होंगे.’