चुनाव से पहले और प्रधानमंत्री बनने तक देश ने नरेंद्र मोदी को खूब सुना. लेकिन अब मोदी और उनके मंत्रियों के बोल जनता को कम ही सुनाई देते हैं. हालांकि प्रवक्ता लगातार सरकार की बात लोगों तक पहुंचाते हैं. लेकिन इन सारे सवालों के बीच फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मिनिस्टर हरसिमरत कौर का कहना है कि मोदी सरकार में मंत्रियों की खामोशी इस कोशिश के तहत है कि मंत्री नहीं, उनका काम बोले.
आजतक के कार्यक्रम 'सीधी बात' में राहुल कंवल से बात करते हुए हरसिमरत कौर ने कहा, 'मोदी सरकार इस वक्त काम में व्यस्त है. जो प्रवक्ता हैं वहीं बात कर रहे हैं. रही बात मोदी जी के साथ काम करने की तो वो अपने आप में एक अलग तजुर्बा है. मोदी जी एक दृढ़ इरादों वाले शख्स हैं. दृढ़ता से फैसले लेने के साथ ही सबकी बात लोकतांत्रिक तरीके से सुनते हैं.'
रात के साढ़े बारह बजे तक काम करते हैं मोदी
इंटरव्यू के दौरान जब हरसिमरत कौर से जनता के अच्छे दिनों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'दस सालों का नुकसान दस दिनों में ठीक नहीं हो सकता. हर क्षेत्र में काफी मेहनत से काम चल रहा है. पहले मैं सासंद थी तो संसद खत्म होते ही घर आ जाती थी. अब मैं घर रात के साढ़े नौ बजे पहुंचती हूं. प्रधानमंत्री तो रात के साढ़े बारह बजे तक काम करते रहते हैं. ये सारा काम जनता के अच्छे दिन लाने के लिए हो रहा है. इसका नतीजा लोगों के सामने आएगा.'
क्या बीजेपी के आने से देश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ा है?
इस सवाल के जवाब में हरसिमरत कौर ने कहा, 'कानून व्यवस्था राज्य की जिम्मेदारी है. किसी के पीएम बनने से राज्यों का नुकसान होता है, ऐसा सोचना गलत है. मोदी जी तो लगातार देश और देश के बाहर दोस्ती का माहौल बनाने में लगे हुए हैं. इस बात का सबूत है शपथ समारोह में सार्क देशों से राष्ट्राध्यक्षों का आना. राज्यों के हालात के बारे में राज्य सरकार से पूछा जाना चाहिए. अब जो हरियाणा में एसजीपीसी के मसले पर हो रहा है उसमें केंद्र सरकार का कोई लेना देना नहीं है. वहां तनाव है. पथराव हो रहा है. ये सब सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सिखों को धोखा दे रही है. ये सब हुड्डा सरकार कर रही है.'
हरियाण में गुरुद्वारे के प्रबंधन को लेकर सिखों की मांग के संबंध में कौर ने कहा कि एसजीपीसी एक लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई संस्था है. ये सिखों की मिनी पार्लियामेंट है. अकाली दल इसे नॉमिनेट नहीं करता बल्कि सिख जनता अपने लोगों को चुनाव करके भेजती है. इसमें कांग्रेसी सिख और अकाली सिख दोनों ही वोट डालते हैं. ये एसजीपीसी अंग्रेजों के दौर में 1925 में गुरुद्वारों की सेवा के लिए बनी थी. तब पूरे पंजाब को मिलाकर ये बनी थीं. इसमें पुराना पंजाब जो अब पाकिस्तान में शामिल है वो भी था. अंग्रेजों को झुकाकर इसे बनाया गया था. गांधी जी ने तब कहा था जंगे आजादी की ये पहली जीत है.
पंजबा में न ड्रग्स बनता है न उगता है
पंजाब में ड्रग्स का युवाओं पर असर और इस ओर सरकार के प्रयासों के बारे में पूछे जाने पर हरसिमरत कौर ने कहा, 'देखिए पंजाब में ना ड्रग्स बनता है और ना ही उगता है. 500 किलोमीटर की जो सीमा है उसकी निगरानी बीएसएफ करती है. 10 साल से केंद्र में कांग्रेस सरकार थी. पाकिस्तान से ड्रग्स आती थी या फिर अफगानिस्तान में समस्याएं शुरू होने से पंजाब के रास्ते दूसरी जगहों पर ड्रग्स जाने लगीं. तब हमने ही कार्रवाई की. देश में सबसे ज्यादा 34 फीसदी ड्रग पकड़ी. नशे से छुटकारे के लिए पीड़ितों के लिए नशा उन्मूलन केन्द्र बनाए.'
एंटी ड्रग एक्सपर्ट के उन आरोपों पर जिसमें कहा गया कि मामले में अक्सर छोटे-मोटे लोगों को पकड़ लिया जाता है, हरसिमरत कौर ने कहा, 'हमने बड़े-बड़े इंटरनेशनल ड्रग लॉर्ड पकड़े. जिस भोला का नाम लिया वो इंटरनेशनल ड्रग लॉर्ड है.' दूसरी ओर, भोला की ओर से यह कहे जाने पर कि वह अकाली नेता के ड्रग का कारोबार चलाता है हरसिमरत कौर ने कहा, 'मजीठिया का जब नाम लिया गया तो पंजाब के कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा और जसमीत बरार ने अदालत में केस फाइल किया और सीबीआई जांच की मांग की. लेकिन हाई कोर्ट ने केस को उठाकर फेंक दिया. मजीठिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं था. पुलिस से लेकर बीएसएफ तक ने जांच कर ली, लेकिन मजीठिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. ये बस एक साजिश थी हमारी पार्टी और परिवार को बदनाम करने के लिए.'
फूड प्रोसेसिंग के जरिए महंगाई पर काबू
फूड प्रोसेसिंग पर सवाल किए जाने पर फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल ने कहा, 'फूड प्रोसेसिंग में काफी स्कोप है. इस पर ढंग से काम हो तो महंगाई पर काबू पाया जा सकता है, क्योंकि प्रोसेसिंग के जरिए हम खाद्यानों को बर्बाद होने से बचा सकते हैं. साथ ही इससे अनाज और दूसरे खाद्यानों की बाजार में उपलब्धता भी बढ़ेगी. इस दिशा में कोशिश हो रही है और इस दिशा में सफलता किसानों का भी भला करेगी.'
आम आदमी पार्टी की पंजाब में चुनावी सफलता पर हरसिमरत कौर ने आम आदमी पार्टी को एक हवा भरा गुब्बारा पुकारा. साथ ही ये भी कहा कि जैसे दिल्ली में इस गुब्बारे की हवा निकल गई, वैसे ही पंजाब में होने वाले उप चुनावों में भी 'आप' का कोई नाम लेने वाला भी नहीं होगा.