विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता अशोक सिंघल 84 कोसी यात्रा न निकालने
देने पर यूपी सरकार से खफा हैं तो उन्होंने एक बार फिर नरेंद्र मोदी में उनकी प्रगाढ़
आस्था जताई है. नरेंद्र मोदी को वे एक संस्था के रूप में देखते हैं. और उनका
विश्वास है कि नरेंद्र मोदी उनका साथ देंगे. आज तक के कार्यक्रम 'सीधी बात' में राहुल कंवल के साथ बातचीत में अशोक सिंघल ने दिल खोलकर बातें कीं.
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अशोक सिंघल का कहना है कि संत बीजेपी के साथ हैं. और उनकी कोशिश है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 300 सीटें मिल जाएं. केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी तो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जरूर होगा. सिंघल ने ये भी कहा कि प्रवीण तोगड़िया ने नरेंद्र मोदी का विरोध करके गलत किया.
क्या मोदी को फायदा पहुंचाने के लिए आप यात्रा कर रहे थे?
इस सवाल पर अशोक सिंघल ने कहा- 'संतों का विश्वास राजनीतिक दल में नहीं है. वे रामभक्त तैयार करते हैं. कांग्रेस के चरित्र में गिरावट आई है. संत बीजेपी के साथ हैं. संत भी नरेंद्र मोदी का नाम ले रहे हैं. मोदी भी राम जन्मभूमि आंदोलन की उपज हैं. संत उनके लिए काम कर रहे हैं, ये कहना तो संतों को बहुत छोटा कर देना है. राम जन्मभूमि का मुद्दा हमारा सांस्कृतिक मुद्दा है. हमारे देश का धार्मिक मुद्दा है. मोदी द्वारा भेजे गए अमित शाह ने स्पष्ट कहा है कि राम मंदिर बनेगा.
लेकिन नरेंद्र मोदी तो मंदिर के मुद्दे पर खामोश हैं?
इस सवाल के जवाब में अशोक सिंघल ने कहा- 'अकेले मोदी और बीजेपी से नहीं होगा. मेरा मानना है कि जब रामभक्तों के माध्यम से 300 लोग संसद में पहुंचेंगे, तब राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण होगा. संत भी मानते हैं कि अकेले बीजेपी ये काम नहीं कर पाएगी. संत रामभक्तों को बनाने का काम कर रहे हैं. हम भी यही कह रहे हैं और संत इसीलिए कार्यक्रम चलाए हुए हैं, लेकिन ये राजनीतिक नहीं है.
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद मंदिर से मुकर गए तो?
इस सवाल में अशोक सिंघल ने कहा- 'मोदी एक व्यक्ति नहीं, मोदी एक संस्था है और वो बीजेपी की संस्था है. मेरा मानना है कि जब रामभक्तों के माध्यम से बीजेपी की सरकार बनेगी, तो निश्चित रूप से ये काम पूरा होगा.
प्रवीण तोगड़िया और नरेंद्र मोदी की तो बनती नहीं?
अशोक सिंघल ने इस सवाल के जवाब में कहा- 'प्रवीण तोगड़िया से हम सहमत नहीं हैं. पूरा विश्व हिंदू परिषद ये कहता है कि मोदी की वजह से ही आज हम गुजरात के अंदर यात्रा निकाल सकते हैं. मोदी से पहले हमारी रथ यात्रा नहीं निकल पाती थी. हम पर हमले हुआ करते थे. 10 साल से वहां पूरी तरह शांति है. प्रवीण तोगड़िया जो गुजरात में गुजरात सरकार और मोदी के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं वो गलत है. प्रवीण तोगड़िया को ऐसा नहीं करना चाहिए था.
84 कोसी यात्रा के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अशोक सिंघल ने कहा- 'जून में संतों ने तय किया था कि अगस्त में यात्रा होगी. 84 कोसी यात्रा के लिए कोई निश्चित समय है, ऐसा कहना झूठ है. संतों का राजनीति से कोई संबंध नहीं है. मैं मानता हूं कि पूरी अयोध्या इस यात्रा के साथ है. ये यात्रा राजनीतिक नहीं है. ये सिर्फ 200 संतों का कार्यक्रम है, जिसे महज एक दर्जन पुलिसकर्मी संभाल सकते थे. यात्रा पर प्रतिबंध आश्चर्य की बात है. आखिर हमारे संतों ने क्या जुर्म किया, जो वो यात्रा में शामिल नहीं हो पाएंगे.