भारत के आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग उन शीर्ष चार मौजूदा क्रिकेटरों में शामिल हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने 2010-11 के लिए अपने दूत के तौर पर चुना है.
कुल मिलाकर आईसीसी ने एक साल के लिए आस्ट्रेलिया के अंपायर साइमन टफेल सहित पांच दूत चुने हैं. इस एक साल के दौरान भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका में आईसीसी की सबसे बड़ी प्रतियोगिता एकदिवसीय विश्व कप का आयोजन भी किया जाएगा.
श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा, इंग्लैंड के ट्वेंटी-20 विश्व चैम्पियन टीम के कप्तान पाल कोलिंगवुड, आस्ट्रेलिया के उप कप्तान माइकल क्लार्क अन्य दूत हैं.
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गट ने एक बयान में कहा, ‘वीरेंद्र, माइकल, कुमार, पाल और साइमन के पास देने के लिए काफी कुछ है और आईसीसी के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे पर उनका बहुमूल्य समय और ऊर्जा मिलना खेल के लिए लाभदायक होगा.’ बयान के मुताबिक, ‘प्रेस कांफ्रेंस, सामाजिक कार्यक्रम और कोचिंग क्लीनिक में शामिल होकर आईसीसी के दूत आईसीसी और इसके अहम साझेदारों की गतिविधियों में बहुमूल्य सहयोग और जागरूकता भी फैलाएंगे.’
वर्ष 2008 में यह कार्यक्रम शुरू होने के बाद संगकारा और टफेल को लगातार तीसरी बार आईसीसी का दूत चुना गया है जबकि कोलिंगवुड, क्लार्क और सहवाग को पहली बार चुना गया है. इससे पहले भारत के राहुल द्रविड़, दक्षिण अफ्रीका के जेपी डुमिनी, इंग्लैंड की चालरेट एडवर्डस और आस्ट्रेलिया की लिसा स्थालेकर आईसीसी की दूत कर चुके हैं.