शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के देहांत के बाद शिवाजी पार्क में उनके नाम पर स्मारक बनाने को लेकर पार्टी ने उग्र रूख अपनाना शुरू कर दिया है. शिवसेना ने कहा है कि बाल ठाकरे स्मारक को लेकर अगर कोर्ट भी इसके खिलाफ फैसला देती है तो हम उसे भी नहीं मानेंगे.
अयोध्या की राम मंदिर की तरह पवित्र
शिव सैनिकों ने यह कहते हुए शिवाजी पार्क के उस हिस्से को अभी से घेर दिया है कि जहां पर बाल ठाकरे का अंतिम संस्कार हुआ था वह अयोध्या के राम मंदिर की तरह पवित्र है.
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इस मामले पर कहा कि बाल ठाकरे का स्मारक बनना शिव सैनिकों के लिए एक भावनात्मक विषय है और इस मामले पर वह ना ही राज्य सरकार की सुनेंगे या फिर किसी कोर्ट के आदेश को.
शिवाजी पार्क के उस हिस्से में पार्टी ने एक अस्थायी निर्माण किया है जिस पर शिवसैनिक आकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देते हैं. पार्टी ने इस बारे में साफ कहा कि हम इस निर्माण को ना तो यहां से हटाने देंगे और ना ही यह कहीं और बनेगा.