शिवाजी पार्क से बाला साहेब के अस्थायी स्मारक हटाने को लेकर शिवसेना ने अपना वादा पूरा कर दिया. सोमवार देर रात शिवसैनिकों ने अस्थायी स्मारक के रूप में बनाए गए चबूतरे को वहां से हटा दिया.
चबूतरे के ऊपर बनाए गए तंबू-कनात को भी हटा दिया गया. चार दिन पहले शिवसेना सांसद संजय राऊत ने बीएमसी कमिश्नर और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसका वादा किया था.
अब शिवसैनिकों ने स्मारक को दूसरी जगह बनाने की मांग की है. स्मारक हटाने के वक्त शिवाजी पार्क में भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया था.
इससे पहले सोमवार दिन तक शिवसैनिक स्मारक नहीं हटाने की मांग पर अड़े हुए थे. बीएमसी के नोटिस के बावजूद शिवसैनिक शिवाजी मैदान में डटे थे लेकिन देर रात अचानक शिवसैनिकों ने अस्थायी स्मारक हटाने का फैसला किया.
कुछ दिनों पहले पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनके पिता की समाधि उनके दाह संस्कार के स्थल से थोड़ी दूर बनेगी. शिवसेना के मुखपत्र `सामना` में गुरुवार को प्रकाशित बयान में उद्धव ने कहा था कि समाधि शिवाजी पार्क में ही बनेगी, लेकिन दाह संस्कार स्थल से थोड़ी दूर मैदान के पश्चिमोत्तर कोने में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के पास. शिवसैनिकों को यह काम अपने हाथ में लेना होगा, जो बाल ठाकरे की ताकत थे.