भारत-अमेरिका परमाणु करार के प्रतिनिधि सभा द्वारा पास कर दिए जाने के बाद इसे सीनेट में पेश किया जाना है, जहां सोमवार को इस पर मतदान हो सकता है. दोनों देशों के बीच तीन साल पहले हुए इस समझौते को सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलिजा राइस और भारतीय विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी अंतिम रूप दे सकते हैं.
हालांकि प्रधानमंत्री के साथ अमेरिका गए एक अधिकारी ने बताया कि राइस की आगामी भारत यात्रा के कार्यक्रम में बदलाव हो सकता है. गौरतलब है कि अमेरिका की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने करार के प्रतिनिधि सभा में पारित होने पर खुशी जताई थी. उन्होंने कहा था कि मुझे खुशी है कि करार प्रतिनिधि सभा में पारित हो गया और उम्मीद है कि जल्दी ही यह अपनी अंतिम बाधा भी पार कर लेगा.