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असमः राहत शिविर में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पर हमला

असम के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हिंसा प्रभावित ग्वालपाड़ा जिले में गुरुवार को राज्यव्यापी बंद के दौरान पार्टी की तथ्यान्वेषी दल पर एक राहत शिविर के लोगों द्वारा किये गए हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए.

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असम के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हिंसा प्रभावित ग्वालपाड़ा जिले में गुरुवार को राज्यव्यापी बंद के दौरान पार्टी की तथ्यान्वेषी दल पर एक राहत शिविर के लोगों द्वारा किये गए हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए.

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अधिकारियों ने बताया कि धुबरी से कांग्रेस के पूर्व सांसद अनवर हुसैन उस समय घायल हो गए जब वह पार्टी के प्रदेश इकाई के उपाध्यक्षों वाई एल कर्ण और अमिनुल इस्लाम एवं और कुछ अन्य नेताओं के साथ दोपहर में रंगागढ़ स्थित एक राहत शिविर गए थे.

उन्होंने बताया कि हुसैन को सिर में गंभीर चोटें लगी हैं और उन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी स्थानांतरित किया गया है.

शिविर में रहने वालों ने 12 फरवरी को पंचायत चुनाव के आखिरी चरण में हुई हिंसा में प्रभावित होने के बाद वहां शरण ले रखी थी. सदस्यों ने तथ्यान्वेषी दल के कई वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिये.

इस बीच कांग्रेस पार्टी कार्यालय और तीन ट्रकों को उदलगिरि जिले में आग लगा दी गई और कुछ और वाहनों को असम के निचले इलाकों में क्षतिग्रस्त कर दिया गया जहां पुलिस ने राभा हसोंग ज्वाइंट मैनेजमेंट कमेटी और आल राभा स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से आहूत 12 घंटे के बंद को बलपूवर्क लागू करने वाले लोगों को तितर बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं.

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पुलिस ने कहा कि अज्ञात व्यक्तियों ने उदलगिरि के तंगला स्थित कांग्रेस के कार्यालय पर केरोसिन का तेल छिड़का और उसके लकड़ी के दरवाजों और खिड़कियों को आग लगा दी. पुलिस ने कलाईगांव में दुकानदारों से जबर्दस्ती दुकानें बंद करा रहे लोगों के एक समूह को तितर बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं. पुलिस ने बताया कि उसी जिले के खोराबारी में तीन ट्रकों को आग लगा दी गई और वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने के लिए सड़क बाधित की गई.

बंद का आह्वान 12 फरवचरी को पंचायत चुनाव के दौरान पुलिस गोलीबारी और हिंसा में राभा हसोंग समुदाय के सदस्यों की कथित हत्या के विरोध में किया गया था.

इससे बोडोलैंड प्रांतीय क्षेत्र के जिलों तथा ग्वालपाड़ा जिले के राभा हसोंग स्वायत्तशासी परिषद क्षेत्रों में आमजनजीवन प्रभावित हुआ.

पुलिस ने बताया कि बक्सा जिले में एक कार और दो ट्रकों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. ग्वालपाड़ा जिले में गुरुवार की रात से हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आयी है और पंचायत चुनावों में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या 20 बनी हुई है.

हालांकि जिले के कृष्णनई और मोरनोई क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है.

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